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गुवाहाटी, 2 जून (हि.स.)। महामाया मां कामाख्या का महापर्व अम्बुबाची मेला 22 जून से शुरू हो रहा है। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु, साधु-संत एक बार फिर नीलाचल पहाड़ की ओर रुख करेंगे। अम्बुबाची को लेकर असम पर्यटन विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।
सोमवार को गुवाहाटी के पल्टन बाजार स्थित पर्यटन कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पर्यटन मंत्री रंजीत कुमार दास ने अम्बुबाची मेला 2025 की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार अम्बुबाची की प्रवृत्ति 22 जून को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर और निवृत्ति 26 जून को रात 3 बजे होगी।
मंत्री दास ने साफ किया कि इस बार मेले में कोई वीआईपी या वीवीआईपी सुविधा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मेले को पूरी तरह आध्यात्मिक और सादा माहौल में संपन्न किया जाएगा। सरकार की ओर से मेले के लिए इस बार 4 करोड़ 55 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
मंत्री दास ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अम्बुबाची के दौरान कामाख्या मंदिर परिसर में जूते-चप्पल पहनकर न आएं। इसकी जगह मोजे पहनकर आने की सलाह दी गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के मुख्य द्वार से रास्ते में कार्पेट बिछाए जाएंगे और जगह-जगह पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी।
मंत्री ने बताया कि अब तक 4 शिविर बनाए जा चुके हैं, जो विशेष रूप से बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हैं। यदि भीड़ अपेक्षा से अधिक होती है तो शिविरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश