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जोधपुर, 02 जून (हि.स.)। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर की नवीन पहल रालसा वन एवं बालिका वर्ष 2025- सृजन की सुरक्षा योजना के अंतर्गत सोमवार को ग्राम पंचायत सुरपुरामें नवजात बालिकाओं के सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश जोधपुर महानगर अजय शर्मा द्वारा नवजात बालिकाओं कनक, अन्तिमा जांगिड़ एवं काव्या को विशिष्ट पहचान पत्र प्रदान किए गए। साथ ही प्रत्येक बालिका के नाम 11-11 पौधे रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश रामावत ने बताया कि यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण, कन्या भू्रण हत्या की रोकथाम, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, महिला अपराधों में कमी लाने एवं न्याय तक समुचित पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है। इस योजना की प्रेरणा जिला राजसमंद के पिपलांत्री गांव से ली गई है, जहां प्रत्येक नवजात बालिका के नाम पौधे लगाए जाते हैं और पर्यावरण संरक्षण को सामाजिक चेतना से जोड़ा गया है।
इसी क्रम में सुरपुरा को पायलट ग्राम पंचायत के रूप में चयनित किया गया है। यह विशिष्ट पहचान पत्र बालिकाओं को स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा, सरकारी योजनाओं तथा विधिक सहायता जैसे अधिकारों तक प्राथमिकता के साथ पहुंच प्रदान करेगा। योजना के अंतर्गत लगाए गए पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी बालिकाओं के संरक्षकों, ग्राम पंचायत सचिव व सरपंच को सौंपी गई है।
इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जोधपुर महानगर सुरेन्द्र चौधरी, ग्राम विकास अधिकारी कृतिका देवड़ा, सरपंच सुनील विश्नोई, सामाजिक कार्यकर्ता मंगलाराम, ग्राम आशा सहयोगिनी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित ग्रामीण और लाभार्थी परिवार उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश