मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष संवाद की माग को लेकर पुलिस अधिकारियों को सौंपा गया ज्ञापन
वंचित नौकरी प्रार्थी


कोलकाता, 02 जून (हि. स.)। राज्य के हजारों वंचित नौकरी प्रार्थियों, संविदा कर्मियों एवं बेरोजगार युवाओं की साझा प्रतिनिधि संस्था पश्चिम बंगाल वंचित नौकरीप्रार्थी, नौकरीपेशा एवं बेरोजगार एकता मंच ने आज मुख्यमंत्री श्रीमती ममता बनर्जी से प्रत्यक्ष मुलाकात की माग करते हुए राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को एक औपचारिक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि यदि समाधान नहीं मिला, तो पुनः नवान्न अभियान की शुरुआत होगी और इसे सरकार एक चेतावनी के रूप में ले ।

यह ज्ञापन पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार, कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा, एडीजी (कानून-व्यवस्था) जावेद शमीम, हावड़ा पुलिस आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी एवं कोलकाता के संयुक्त आयुक्त शमीरज खालिद को संबोधित किया गया है।

ज्ञापन में प्रमुख मांग की गई है कि मुख्यमंत्री के साथ संगठन के प्रतिनिधियों की सीधी, औपचारिक और समयबद्ध बैठक सुनिश्चित की जाए ताकि योग्य होकर भी लंबे समय से नियुक्तियों से वंचित युवाओं को न्याय मिल सके।

संगठन का आधिकारिक वक्तव्य है कि हम वर्षों से योग्य होने के बावजूद नियुक्तियों से वंचित हैं। कई परीक्षाएं हुईं, परिणाम आए, लेकिन भ्रष्टाचार, अनियमितता और प्रशासनिक उदासीनता के कारण हम आज भी बेरोज़गार हैं। हमारा संघर्ष किसी राजनीतिक पार्टी के लिए नहीं, बल्कि अपने भविष्य और सम्मानजनक रोजगार के लिए है। हमने पहले भी अनेक बार प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन अब तक केवल आश्वासन मिला उचित समाधान नहीं।

शुभदीप भौमिक, जो कि इस आंदोलन मंच के संयोजक है कहा कि हमारे पूरे मंच की तरफ से यह मांग है कि मुख्यमंत्री स्वयं हमसे मिलें और प्रत्यक्ष संवाद करें। अगर सरकार अब भी चुप रही, तो हम लोकतांत्रिक मार्ग से ‘नवान्न अभियान’ को पुनः आरंभ करेंगे।

संगठन ने मीडिया से यह भी अपील की है कि वे इस महत्वपूर्ण जनहित के मुद्दे को उचित प्राथमिकता दें और क्योंकि यह केवल रोजगार का सवाल नहीं, बल्कि एक पूरे युवा वर्ग की गरिमा, भविष्य और न्याय का विषय है।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय