दिल्ली में भक्त कवि जयदेव की विरासत और गीत गोविंद का जश्न
भक्त कवि जयदेव पर आयोजित कार्यक्रम का दृश्य


नई दिल्ली, 2 जून (हि.स.)। नई दिल्ली में 31 मई और 1 जून को इंस्टीट्यूट फॉर प्रमोशन एंड रिसर्च ऑन ओडिशा कल्चर एंड हेरिटेज (आईपीआरओसीएच) द्वारा आयोजित दो दिवसीय सांस्कृतिक समारोह में 12वीं शताब्दी के संत-कवि भक्त कवि जयदेव की विरासत और गीत गोविंद का जश्न मनाया गया। इस समारोह में नृत्य, संगीत, शास्त्रीय ओडिसी बैले, फिल्म और विद्वानों की बातचीत जैसे कार्यक्रमों का एक चयनात्मक मिश्रण था।

गीत गोविंद पर आधारित ओडिसी नृत्य नाटिका

समारोह का भावनात्मक केंद्र बिंदु ओडिसी नृत्य नाटिका मनीनी राधिका था, जिसे गुरु शेरोन लोवेन ने नृत्य निर्देशित और निर्देशित किया था। इस नृत्य नाटिका में विश्‍वनाथ मंगराज और निशा नंदा ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। यह नृत्य नाटिका गीत गोविंद के मन भंजन अध्याय से अनुकूलित थी और इसमें राधा के कोमल क्रोध और कृष्‍ण के प्रार्थना को दर्शाया गया था।

संगीत और नृत्य प्रदर्शन

समारोह में दूरदर्शन के वाह उस्ताद शो के विजेता संदीप मोहंती द्वारा गायन और विश्वजीत मोहापात्रा द्वारा एकल बांसुरी प्रदर्शन भी शामिल था। पहले दिन की शुरुआत जयदेव पर लिखे गए शब्द कीर्तन के साथ हुई, जिसमें भक्त जयदेव के सिख गुरुओं पर प्रभाव और गुरु ग्रंथ साहिब में उनके उल्लेख पर चर्चा की गई।

गीत गोविंद के गीतों का गायन

अष्टपदी गीतों को वोकलिस्ट सुरेश सेठी और नाजिया आलम ने प्रस्तुत किया। इसके बाद ओडिसी, कथक और विलासिनी नाट्यम में शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शनों की एक शानदार श्रृंखला थी। प्रसिद्ध कलाकारों रीत राजगुरु, कविता द्विवेदी, पूर्वाधनश्री और विद्या लाल ने जयदेव की भक्ति कविता और सूफी रहस्यवाद के बीच साझा अनुनाद का अन्वेषण किया।

फिल्म प्रदर्शन और मूर्ति स्थापना

समारोह का समापन 1987 की क्लासिक ओडिया फिल्म जयदेव के प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसमें कवि के जीवन और आध्यात्मिक यात्रा को सिनेमाई श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर प्रसिद्ध कलाकार चुगुली कुमार साहू द्वारा नबागुंजर की 7 फीट की फाइबरग्लास मूर्ति की स्थापना भी की गई, जो कृष्ण के विश्व रूप का प्रतीक है।

समारोह का समापन

आईपीआरओसीएच के अध्यक्ष सत्यगोपाल राजगुरु और सचिव विश्वजीत दास ने सभी कलाकारों और योगदानकर्ताओं को सम्मानित किया। इस समारोह ने जयदेव की विरासत और गीत गोविंद के प्रभाव को प्रदर्शित किया और दर्शकों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार