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लखनऊ, 02 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (कार्यवाहक) राजीव कृष्ण ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने सबसे पहले कहा कि विश्व के सबसे बड़े पुलिस बल का नेतृत्व प्रदान करते हुए मुझ पर विश्वास जताने के लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और मैं उत्तर प्रदेश पुलिस को उत्कृष्टता की अभूतपूर्व ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ सालों में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पुलिसिंग की दिशा स्पष्ट रही है। जीरो टालरेंस की नीति के तहत अपराध और अपराधियों के खिलाफ एक अडिग रुख बनाए रखेंगे। संगठित अपराध के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। यह नीति हमारी कानून प्रवर्तन रणनीति की आधारशिला होगी, जिसका उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना है।
उन्होंने कहा कि सभी रूपों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम और समाधान पर विशेष जोर दिया जाएगा। हमारी पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा और संरक्षा की भावना को बढ़ाने की दिशा में होगी। जन शिकायतों का सफल समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। हम हर स्तर पर सभी शिकायतों से निपटने में बहुत सहानुभूतिपूर्ण और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि नागरिकों की आवाज़ सुनी जाए और उसका तुरंत समाधान किया जाए।
डीजीपी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रति बिल्कुल भी सहनशीलता नहीं बरती जाएगी। हम हर कीमत पर कानून के शासन को बनाए रखेंगे, राज्य के हर हिस्से में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
डीजीपी ने कहा कि हाल के वर्षों में विशेष कर कोविड के बाद से साइबर अपराध नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण खतरे के रूप में उभरा है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी राेकथाम और पता लगाने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करके जवाब दिया है। साइबर खतरों से आगे रहने के लिए उन्नत तकनीकों का लाभ उठाते हुए इसे समय के साथ और मजबूत किया जाएगा। उत्तर प्रदेश पुलिस में दी जाने वाली पुलिस सेवाओं के दायरे और वितरण में और सुधार किया जाएगा। हम सुनिश्चित करें कि हमारी सेवाएँ नागरिकों की जरूरतों के हिसाब से सुलभ कुशल और उत्तरदायी हो।
उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल के रूप में, हमारे कर्मियों के काम को प्रभावित करने वाले प्रशासनिक और कल्याणकारी मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाएगा। हम पुलिस कल्याण को प्राथमिकता देंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारे कर्मी अपने कर्तव्यों के निर्वहन में प्रेरित रहे। पुलिसिंग के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कई प्रतिभाशाली पुलिस अधिकारी व कर्मी है। उनके कौशल और ज्ञान की पहचान की जाएगी और उपरोक्त सभी लक्ष्यों को बेहतर बनाने के लिए उनका उपयोग किया जाएगा, जिससे बल के भीतर उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हमारे संचालन की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का व्यापक उपयोग किया जाएगा। एआई हमारे उद्देश्यों को लागू करने में एक गेम चेंजर साबित होगा, जिससे हम डेटा. संचालित उचित निर्णय लेने और अपने संसाधनों के उपयोग करने में सक्षम होंगे।
आगे डीजीपी ने कहा कि निरंतर प्रशिक्षण ही एकमात्र आधार है, जिस पर किसी भी संगठन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। दिन प्रतिदिन की चुनौतियों का सामना करने में, इस महत्वपूर्ण पहलू को अक्सर इसका उचित महत्व नहीं दिया जाता है। मेरा प्रयास होगा कि सेवाकालीन प्रशिक्षण को उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र बनाया जाए ताकि नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।
आखिरी में डीजीपी ने कहा कि उपराेक्त 10 बिंदु उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए एक प्रकाश स्तंभ के रूप में कार्य करेंगे, और मुझे विश्वास है कि बल के सभी सदस्य इनमें से प्रत्येक को प्राप्त करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / दीपक