झारखंड में राष्ट्रीय गौ सेवा कार्यशाला शुरू, कृषि मंत्री शिल्पी ने किया उद्घाटन
रांची, 19 जून (हि.स.)। झारखंड गौ सेवा आयोग की ओर से पशुपालन भवन हटिया के सभागार में गुरुवार की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम का उद्घाटन किया। पारिस्थिति
कार्यशाला में मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की समेत अन्य


रांची, 19 जून (हि.स.)। झारखंड गौ सेवा आयोग की ओर से पशुपालन भवन हटिया के सभागार में गुरुवार की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम का उद्घाटन किया। पारिस्थितिक संतुलन एवं आधुनिकता के परिप्रेक्ष्य में उभरती चुनौतियां और संभावनाएं, विषय पर आधारित इस कार्यशाला में गोवा, हिमाचल, राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात, बिहार और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि पशु से प्रेम व्यक्ति की सोच और व्यवहार को दर्शाता है। झारखंड देश का पहला राज्य है, जो गौशालाओं को पशु आहार के लिए प्रतिदिन 100 रुपये की दर से भुगतान करता है। राज्य सरकार गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।

मौके पर गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि इस राष्ट्रीय कार्यशाला में देश के कोने–कोने से गौ सेवा के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य करने वालों का जुटान हुआ है। गौ संवर्धक और संरक्षक के रूप में राज्य की पहचान हो ये हम सबका का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि गौ सेवा के क्षेत्र में कई तरह की चुनौतियां रही है। लेकिन उन तमाम चुनौतियों से आगे बढ़ते हुए हम सफल होंगे। उन्होंने निबंधित गौशाला कैसे आत्म निर्भर बने इसकी कार्ययोजना तैयार कर काम करने पर बल दिया।

पूर्व सांसद डॉ वल्लभभाई कथिरिया ने कहा कि झारखंड में पशु पालक गौ सेवा के क्षेत्र में एंबेसडर की भूमिका अदा कर सकते है।

कार्यशाला में विभागीय सचिव अबू बक्कर सिद्दीखी ने कहा कि इस तरह का आयोजन पहली बार हो रहा है। विभाग का उद्देश्य गौ सेवा और उसका संरक्षण करना है। उन्होंने कहा कि अब गौशाला को पहले से ज्यादा वित्तीय पावर देने की तैयारी विभाग ने कर ली है। कार्यशाला में आयोग सदस्य, वक्ता सहित कई अधिकारी पदाधिकारी मौजूद थे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar