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नैनीताल, 19 जून (हि.स.)। कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने गुरुवार को मंडल मुख्यालय स्थित कमिश्नरी कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत और ऊधमसिंह नगर के जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर उनके जनपदों में लम्बित जमीनी विवादों के शीघ्र समाधान और मानसून के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की।
बैठक के दौरान आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने जनपदों में उप जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी न्यायालयों का नियमित रूप से निरीक्षण कर तीन वर्ष से अधिक समय से लंबित वादों के निस्तारण को प्राथमिकता दें। जिलाधिकारियों द्वारा बताया गया कि वादों के निस्तारण की प्रक्रिया गतिशील है, अधिकांश वादों का निस्तारण हो चुका है और शेष वादों पर कार्यवाही जारी है।
आयुक्त ने कहा कि मानसून के दौरान जान-माल की हानि रोकने हेतु संवेदनशील नालों व गदेरों की पूर्व सफाई कर ली जाए। साथ ही ऐसे स्थलों पर जहां मार्ग बाधित होने की घटनाएं होती हैं, वहां पूर्व से ही जेसीबी मशीनें व चालकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए ताकि आपात स्थिति में मार्ग शीघ्र खोला जा सके। इस अवसर पर आयुक्त ने नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह से हल्द्वानी के कलसिया, रकसिया और देवखड़ी नालों की स्थिति की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने बताया कि इन नालों की सफाई और चैनलाइजेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
शेष कार्यों के लिए वाहन स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, जिसे शीघ्र ही कर लिया जाएगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में सभी जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसील स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी