Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जम्मू, 19 जून (हि.स.)। 17 जून की शाम करीब 6 बजे, गालूथी बटालियन की एक ऑपरेशन टीम भिंबर गली से भाटा धुरियां के बीच हाईवे डोमिनेशन पेट्रोलिंग कर रही थी, तभी टाराकोटे ज़ियारत से लगभग 100 मीटर आगे एक मोड़ पर उन्होंने एक वाहन दुर्घटना होते देखी। सफेद रंग की मारुति सुज़ुकी ऑल्टो (जेके11सी 4314) सड़क से फिसलकर जंगल में जा गिरी थी। वाहन में चार लोग सवार थे जिनमे दो महिलाएं, एक पुरुष और एक वर्ष का बच्चा शामिल था। दुर्घटना के बाद दोनों महिलाएं और बच्चा किसी तरह बाहर निकल आए और सड़क किनारे मदद के लिए चिल्ला रहे थे। उस समय तेज बारिश हो रही थी और सभी घबराहट व दर्द में थे।
ऑपरेशन टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लाइट बुलेट प्रूफ वाहन से उतरकर क्षेत्र को सुरक्षित किया और पीड़ितों की ओर सहायता के लिए बढ़े। एक नजदीकी सिविल वाहन को रोका गया और महिलाओं व बच्चे को उसमें बिठाया गया। टीम के नर्सिंग असिस्टेंट ने प्राथमिक उपचार देकर खून बहना बंद किया। यह सुनिश्चित करने के बाद कि किसी को गंभीर चोट या आंतरिक चोट नहीं है, ऑपरेशन टीम कमांडर ने पास के भारतीय सेना कैंप के मेडिकल ऑफिसर से संपर्क किया। सभी घायलों को मेडिकल इंस्पेक्शन रूम ले जाया गया, जहां उन्हें पूरी प्राथमिक चिकित्सा दी गई।
इलाज के बाद सभी को भिंबर गली चौक पर पुलिस को सौंपा गया, जहां महिलाओं ने भारतीय सेना की टीम का समय पर मदद और संवेदनशीलता के लिए आभार व्यक्त किया। सेना की इस तत्परता ने न केवल जान बचाई, बल्कि मानवता की एक मिसाल भी पेश की।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा