(अपडेट) बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाले में ईडी का उप्र, बिहार, बंगाल, झारखंड में छापा
नई दिल्ली/पटना, 19 जून (हि.स)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वर्ष 2023 के बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा भर्ती में कथित घोटाले की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गुरुवार को उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में करीब एक दर्जन ठिकानों पर छाप
ईडी के लोगो का प्रतीकात्‍मक चित्र


नई दिल्ली/पटना, 19 जून (हि.स)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वर्ष 2023 के बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा भर्ती में कथित घोटाले की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गुरुवार को उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने बिहार के पटना और नालंदा, झारखंड के रांची, उत्तर प्रदेश के लखनऊ और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कम से कम एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की ये कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की जा रही है। ये ठिकाने एजेंट, प्रश्नपत्र लीक कराने वाले गिरोह के सदस्यों और उनके सहयोगियों से जुड़े हुए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोलकाता में एक प्रेस पर भी छापा मारा है, जहां प्रश्नपत्रों की छपाई हुई थी। सूत्रों ने बताया कि बिहार के कुछ पुलिस अधिकारी भी ईडी की जांच के दायरे में हैं।

उल्‍लेखनीय है कि इस घोटाले को अंजाम देने वाले लोग वही हैं, जो 2024 में नीट यूजी के प्रश्नपत्र लीक घोटाले में आरोपित हैं। बिहार पुलिस कांस्टेबल 2023 भर्ती के जरिए 21,391 रिक्तियों को भरना था। इस परीक्षा में 18 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे। परीक्षा के पेपर लीक होने के आरोपों के बाद इसे उसी वर्ष 3 अक्टूबर को राज्य केंद्रीय कांस्टेबल चयन बोर्ड द्वारा रद्द कर दिया गया था। ईडी को इस मामले में धनशोधन का संदेह है क्योंकि एजेंटों के एक गिरोह ने प्रश्नपत्र लीक करके और इसे उम्मीदवारों को बेचकर अवैध धन अर्जित की।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर