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श्रीनगर 18 जून (हि.स.)। स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा, समाज कल्याण और शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने जम्मू-कश्मीर के औषधि और खाद्य नियंत्रण संगठन के कामकाज और निष्पादन की समीक्षा हेतु नागरिक सचिवालय में एक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के दौरान मंत्री सकीना ने जम्मू-कश्मीर में दवाओं और खाद्य उत्पादों के मानकों को विनियमित करने और निगरानी करने में संगठन की परिचालन प्रभावशीलता का विस्तृत मूल्यांकन किया।
बैठक के दौरान अधिकारियों को संबोधित करते हुए मंत्री ने संगठन को दवा और खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं की निगरानी में अधिक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य एक ऐसी प्राथमिकता है जिस पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। जब बात हमारे नागरिकों तक पहुंचने वाली दवाओं और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की हो, तो इसमें कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से बिना लाइसेंस वाले फार्मासिस्ट की दुकानों की लगातार जांच करने और अपंजीकृत दुकानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर जोर दिया।
उन्होंने आयुक्त एफडीए से उल्लंघनों के साथ-साथ गतिविधियों पर की गई कार्रवाई के बारे में मासिक आधार पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
मंत्री ने नकली और घटिया दवाओं के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कार्यशालाओं और शिविरों के आयोजन के लिए समाज कल्याण, शिक्षा और अन्य विभागों के साथ समन्वय करने के लिए भी कहा।
समन्वय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने उल्लंघनों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए डीएफसीओ और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच मजबूत सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने निरीक्षकों और क्षेत्र अधिकारियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यशालाओं का आयोजन करने के लिए भी कहा ताकि वे विनियामक सुधारों और उभरते उद्योग मानकों के साथ अद्यतन रहें।
डीएफसीओ के अन्य पहलुओं की समीक्षा करते हुए मंत्री ने रक्त बैंकों और भंडारण सुविधाओं पर जांच और संतुलन के अलावा प्रयोगशालाओं के नियमित उन्नयन का आह्वान किया।
मंत्री ने पारदर्शिता, बेहतर रिपोर्टिंग तंत्र और त्वरित शिकायत निवारण सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों के तेजी से एकीकरण का भी आह्वान किया। बैठक के दौरान आयुक्त एफडीए ने संगठन के कामकाज पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह