थ्रीके आउटलेट से स्थानीय उत्पादों का विपणन
गोपेश्वर, 18 जून (हि.स.)। चमोली जिले में कृषि एवं कृषक कल्याण योजना के तहत उद्यान व कृषि विभाग से उत्पादकों को बड़ी राहत मिल रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने और काश्तकारों की आय में वृद्धि के
आउटलेट में इस तरह स्थानीय उत्पादों की भरमार।


गोपेश्वर, 18 जून (हि.स.)। चमोली जिले में कृषि एवं कृषक कल्याण योजना के तहत उद्यान व कृषि विभाग से उत्पादकों को बड़ी राहत मिल रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने और काश्तकारों की आय में वृद्धि के प्रयास पर जोर दिया जा रहा है। इस क्रम में कृषि और उद्यान विभाग की ओर कृषि एवं कृषक कल्याण योजना के तहत थ्रीके आउटलेट का संचालन किया जा रहा है। इससे संचालकों की आय में वृद्धि होने के साथ ही काश्तकारों को उत्पादों के विपणन के लिए बाजार उपलब्ध हो रहा है।

उद्यान विभाग की ओर से 6 थ्रीके आउटलेट का संचालन किया जा रहा है। जबकि कृषि विभाग की ओर से 34 आउटलेट तैयार किए गए हैं। मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी ने बताया कि जनपद के लंगसी, छिनका, सगर, लोहजंग, बिरही, नंदप्रयाग, सोनला, कर्णप्रयाग, गौचर, मायापुर, मंडल, ग्वालदम, देवाल, थिरपाक, रानौ समेत विभिन्न स्थानों पर थ्रीके आउटलेट स्थापित किए गए हैं। इनके माध्यम से स्थानीय उत्पादों की पैकेंजिग बाजार की मांग के अनुसार कर पहाड़ी दालों, मसालों, जूस, सब्जी व अन्य उत्पादों का विपणन किया जा रहा है। इससे काश्तकारों को अपने उत्पाद का घर के पास से ही बेहतर मूल्य मिल रहा है। आम लोगों को भी आसानी से पहाड़ी उत्पाद मिल पा रहे हैं। इसके चलते काश्तकारों की आर्थिकी को बल मिल रहा है।

दशोली ब्लॉक के ग्वाड़ गांव में थ्रीके आउटलेट का संचालन कर रहे तेजेंद्र सिंह और गोपेश्वर के पठियालधार में आउटलेट का संचालन करने वाले दीपक कुमार का कहना है कि सरकार की ओर से संचालित योजना से व्यवसायियों और आम लोगों को सुगमता से स्थानीय उत्पाद उपलब्ध हो रहे हैं। इससे काश्तकारों को अपने उत्पादों के विपणन के लिए भी उचित माध्यम मिल रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल