एमएसएमई सेक्टर आत्मनिर्भर भारत का ब्रांड एंबेसडर: संजय सेठ
- लघु उद्योग भारती की प्रांतीय आमसभा सह उद्यमी सम्मलेन आयोजित रांची, 18 जून (हि.स.)। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर विकसित और आत्मनिर्भर का ब्रांड एंबेसडर है। बिना एमएसएमई के सहयोग से विकस
कार्यक्रम की तस्वीर


- लघु उद्योग भारती की प्रांतीय आमसभा सह उद्यमी सम्मलेन आयोजित

रांची, 18 जून (हि.स.)। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर विकसित और आत्मनिर्भर का ब्रांड एंबेसडर है। बिना एमएसएमई के सहयोग से विकसित और आत्मनिर्भर भारत की कल्पना नहीं कर सकते हैं। पीएम मोदी का संकल्प है कि वर्ष 2047 तक भारत को एक ताकतवर देश बनायेंगे। इसमें एमएसएमई सेक्टर का बड़ा योगदान होगा। आत्मनिर्भर भारत एमएसमई सेक्टर के योगदन के बिना अधुरा है। इसके लिए जल्द ही रांची, जमशेदपुर, रामगढ़, बोकारो, धनबाद जैसे अन्य जिलों में स्थित एमएसएमई इकाइयों को बुस्टअप देने जा रहे हैं। जल्द ही अच्छी सूचना प्राप्त होगी। मेरा प्रयास है कि रक्षा के क्षेत्र में लघु उद्योग सहयोग करें और सहभागी बन कर इस देश को आत्मनिर्भर भारत बनाने में योगदान दे।

सेठ बुधवार को लघु उद्योग भारती की प्रांतीय आमसभा सह उद्यमी सम्मलेन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस सम्मेलन का आयोजन टाटीसिल्वे इंस्ट्रीयल एरिया स्थित झारखंड गर्वनमेंट टूल रूम के ऑडक्टोरियम में किया गया था।

उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती ने देशभर में एक अलग पहचान बनाई है। लघु उद्योग की समस्याओं के निराकरण के लिए यह संगठन कार्यरत है, लेकिन इसको गतिशील बनाने की जरूरत है।

सम्मेलन में मुख्य वक्ता लघु उद्योग भारती के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश मित्तल ने कहा कि लघु उद्योग भारती की झारखंड सहित देशभर में कई नई इकाईयां खुल रही है। संगठन का लगातार विस्तार हो रहा है। संगठन के माध्यम से एमएसएमई की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

उद्योग हित, राष्ट्र हित के मंत्र के साथ संगठन एमएसएमई उद्यमी काम कर रहे हैं। हमारा संगठन जितना बड़ा होगा, उतने ही हम सशक्त होंगे। लघु उद्योग के बाधाओं को दूर करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद्र ने कहा कि लघु उद्योग भारती के प्रयास लघु उद्योगों की समस्याओं को दूर किया जा रहा है।

वहीं, छोटे छोटे उद्योगों को भी मदद कर रहा है। हमें लघु उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए कम लागत में उत्पादन, गुणवक्ता वाले उत्पाद, एक्सपोर्ट जैसे प्रयास करते रहना चाहिए। आने वाले समय पर एमएसएमई का भविष्य बेहतर होने वाला है। अवसर खुल रहे हैं, इसका लाभ उठाना चाहिए। एमएसएमई सेक्टर को निर्माण के क्षेत्र में मिलकर काम करें।

सम्मलेन में राष्ट्रीय सचिव इंद्र अग्रवाल ने छोटे उद्योगों को बढ़ाने पर जोर दिया। लघु उद्योग भारती झारखंड प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष विजय छापड़िया ने स्वागत भाषण देते हुए लघु उद्योग को बढ़ावा देने की बात कही।

प्रांतीय सचिव विजय मेवाड़ ने संगठन के दो सालों के कार्यो की जानकारी दी। इस अवसर पर संगठन के पालक अधिकारी राजीव कमल बिटू, प्रांतीय उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश पांडे, झारखंड चैंबर के अध्यक्ष परेश गट्टानी, सह सचिव विकास विजयवर्गीय, जेसिया के अध्यक्ष अंजय पेचरीवाल, दीपक मारू, विनोद अग्रवाल, मधुसूदन अग्रवाल, राधेश्याम अग्रवाल, झारखंड गर्वनमेंट टूल रूम के प्राचार्य एनके गुप्ता सहित कई जिलों से प्रतिनिधि मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे