पचहत्तर और अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण की मिली अनुमति
--स्थान का किया जा रहा चयन, जुलाई से शुरू होगा निर्माण
पचहत्तर और अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण की मिली अनुमति


गोरखपुर, 18 जून (हि.स.)। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत जनपद में 75 अन्नपूर्णा भवनों (राशन उचित दर की दुकान) के निमार्ण बाद 75 और अन्नपूर्णा भवन निर्माण की अनुमति मिल गई है। जिला पूर्ति विभाग ने इन भवनों के निमार्ण के लिए स्थान के चयन की कवायद शुरू कर दी है। इस महीने के अंत तक स्थान का चयन कर जुलाई महीने से निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा।

शासन की मंशा यह है कि राशन उचित दर की दुकान और जमीन सरकार के स्वामित्व की हो, उचित दर की दुकान संकरी गलियों में न हो जिससे कार्डधारकों को सुगमता से खाद्यान्न की प्राप्ति हो सके। इसके अलावा उचित दर की दुकान जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है या बाढ़ आदि आपदा से प्रभावित हैं जिससे खाद्यान्न खराब होने की संभावना बनी रहती है। इससे बचाव हो सके। अन्नपूर्णा भवन में खाद्यान्न स्टोर के लिए एक वृहद कक्ष तथा इसके साथ ही दूसरे कक्ष में कामन सर्विस सेंटर के संचालन की व्यवस्था होगी। इस कामन सर्विस सेंटर का संचालन भी कोटेदार ही करेगा। कोटेदार ही अन्नपूर्णा भवन का कस्टोडियन होगा लेकिन स्वामित्व और नियंत्रण जिला पूर्ति विभाग के पास होगा। लाभ यह कि ग्रामीण इलाके में आमजन इस कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से बिजली बिल की अदायगी, जन्म प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाणपत्र आदि बनाने के लिए आवेदन कर सकेगा। इसके लिए उसे शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम सभाएं तथा शहरी क्षेत्र में नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद, नगर निगम द्वारा अपने स्रोतों/ मनरेगा आदि योजनाओं से अन्नपूर्णा भवन का निर्माण कराए जाने की व्यवस्था की गई थी। कालांतर में इन अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण में गति लाने के लिए राजकोषीय बजट से भी अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण की अनुमति प्रदान की गई है। अब मनरेगा के अतरिक्त राज्य वित्त आयोग, सांसद निधि, विधायक निधि, पूर्वांचल विकास निधि, बुन्देलखण्ड विकास निधि से भी अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण की अनुमति दे दी गई है। यही नहीं जहां इन योजनाओं के माध्यम से धन की उपलब्धता नहीं होगी, वहां खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा बजट से धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। एकल अन्नपूर्णा भवन का कुल क्षेत्रफल लगभग 484 फीट होगा। जिसमें एक वृहद कक्ष, कामन सर्विस सेंटर के संचालन हेतु एक छोटा कक्ष तथा कक्ष के सामने बरामदा लाभार्थियों हेतु प्रतीक्षा हाल के रूप में होगा।

जिला पूर्ति अधिकारी रामेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि 75 अन्नपूर्णा भवनों का निर्माण हो चुका है, जिसमें 33 भवनों का संचालन प्रारंभ करा दिया गया है। बाकी भवनों का संचालन जल्द आरंभ हो जाएगा। इसके अतिरिक्त जनपद में 75 अन्य अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण हेतु निर्देश प्राप्त हुए हैं। स्थान का चयन किया जा रहा है जो इस महीने के अंत तक कर लिया जाएगा। जुलाई से इन नए भवनों का निर्माण आरंभ करा दिया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय