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भीलवाड़ा, 18 जून (हि.स.)। भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर उपखंड मुख्यालय पर 9 माह पूर्व जलझूलनी एकादशी के अवसर पर आयोजित राम रेवाड़ियों की शोभायात्रा पर हुए पथराव प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे मुख्य आरोपी आदिल डंका को जहाजपुर पुलिस ने आखिरकार दबोच लिया है। पुलिस ने आरोपी को जयपुर के निकट बगरू से गिरफ्तार किया है।
यह मामला शहर की धार्मिक और सामाजिक शांति को प्रभावित करने वाला रहा था, जिसमें शोभायात्रा पर जामा मस्जिद के बाहर पथराव हुआ था और भगवान पीतांबर श्याम भगवान के बैवान को निशाना बनाया गया था। इस घटना के बाद कस्बे में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था और बंद के दौरान हिंसक घटनाएं भी हुई थीं।
जहाजपुर के डिप्टी नरेंद्र पारीक ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी आदिल डंका जयपुर के पास बगरू क्षेत्र में छिपा हुआ है। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए वहां दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपी को जहाजपुर कस्बे में जुलूस के रूप में सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया। यह कदम जनआक्रोश को शांत करने और भरोसा कायम करने की दिशा में उठाया गया।
पथराव की इस घटना के बाद हिन्दू संगठनों ने शोभायात्रा में शामिल पीतांबर श्याम भगवान के बैवान को घटना स्थल के निकट दूसरे मंदिर में स्थायी रूप से रखा था। संगठनों की यह स्पष्ट मांग थी कि जब तक मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक बैवान को यथास्थान नहीं ले जाया जाएगा।
डिप्टी नरेंद्र पारीक ने बताया कि आरोपी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। उससे यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि घटना के पीछे किन तत्वों की भूमिका थी और क्या यह पूर्व नियोजित षड्यंत्र का हिस्सा थी। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार के अराजक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही अन्य सह-आरोपियों की तलाश भी जारी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मूलचंद