Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
देहरादून, 18 जून (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उत्तराखंड में लगातार हो रही हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस ने इसके लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इस संबंध में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने आज सचिवालय में मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस का सीधे तौर पर कहना है कि उत्तराखंड में हेली सेवाएं बगैर नियमों के संचालित हो रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने मुख्य सचिव से वार्ता के दौरान कहा कि राज्य की सबसे प्रतिष्ठित चारधाम यात्रा में पिछले सवा महीने में पांच हेली दुर्घटनाओं में अब तक 13 लोगों की अकाल मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटनाएं राज्य में एक पारदर्शी व सुरक्षा की दृष्टि से लचर उड्डयन नीति के कारण घटित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में हेली संचालन के लिए तय मानक नहीं है और एटीसी व डीजीसीए को नियमावली का अता-पता ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि कितनी उड़ानें होनी हैं, कितनी लैंडिंग होनी है, कितने घंटे एक हैली लगातार उड़ सकता है, इसका कोई हिसाब किताब नहीं है और खटारा हेलीकॉप्टरों का संचालन व अंधाधुंध उड़ान हेली दुर्घटनाओं का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि आज अंधाधुंध हैली उड़ानों के कारण उत्तराखंड में पर्यावरणीय चिंताएं भी बढ़ रही हैं, राज्य के नेशनल पार्क, वन्य जीव व ग्लेशियर सभी को खतरा पैदा हो रहा है।
कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य सचिव से मांग की कि राज्य में एक पारदर्शी डीजीसीए व एयर ट्रैफिक सिस्टम के दिशा-निर्देशों वाली पारदर्शी उड्डयन नीति बनाई जाए और उसका कड़ाई से पालन हो।
इसके अलावा कांग्रेस ने प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर की। मुख्य सचिव से मांग की कि पहाड़ों में चार पहिया वाहनों के चालकों के लिए हिल ड्राइविंग लाइसेंस आवश्यक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नैनीताल में नई टैक्सी परमिटों पर प्रतिबंध है किन्तु देश भर के अन्य प्रांतों की टैक्सियां को नैनीताल समेत पूरे पहाड़ में चलने की अनुमति है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने मुख्य सचिव से कहा कि प्रदेश में अब तक संचालित हो रही हेली सेवाओं पर सरकार व उड्डयन विभाग का कोई नियंत्रण नहीं था या यूं कहा जाए कि उनको मन माफिक उड़ने की अलिखित अनुमति सरकार व शासन प्रशाशन ने दे रखी है। जिसके कारण सारे नियम दर किनारे कर यात्रियों की जान से खिलवाड़ करते हुए हैली सेवा चल रही थी। उन्होंने राज्य की विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार राज्य की उड्डयन नीति बनाए जाने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शीश पाल सिंह बिष्ट, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी, प्रदेश अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष मदन लाल, प्रदेश कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, देवेंद्र सिंह शामिल थे।
-----
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal