भारत को सिकल सेल एनीमिया मुक्त बनाने के लिए सभी भागीदार एकजुट होकर करें कार्य: राष्ट्रपति
- विश्व सिकल सेल दिवस 2025 पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का संदेश भोपाल, 18 जून (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ‘विश्व सिकल सेल रोग जागरूकता दिवस’ पर मध्य प्रदेश सरकार के प्रयास की सराहना की है। उन्होंने बुधवार देर शाम अपने संदेश में कहा कि विक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18-19 सितम्बर को आएंगी उज्जैन और इंदौर


- विश्व सिकल सेल दिवस 2025 पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का संदेश

भोपाल, 18 जून (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ‘विश्व सिकल सेल रोग जागरूकता दिवस’ पर मध्य प्रदेश सरकार के प्रयास की सराहना की है। उन्होंने बुधवार देर शाम अपने संदेश में कहा कि विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि सभी देशवासी स्वस्थ हों। स्वस्थ नागरिक ही अपने जीवन, अपने राज्य और हमारे देश की प्रगति में प्रभावी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने भारत को सिकल सेल एनीमिया मुक्त बनाने के लिए सभी भागीदारों से एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया है।

दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का गुरुवार, 19 जून को मध्य प्रदेश के जिला बड़वानी में ‘विश्व सिकल सेल रोग जागरूकता दिवस’ के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होना प्रस्तावित था, लेकिन अपरिहार्य कारणों से उनका मप्र दौरा निरस्त हो गया। अब कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव विश्व सिकल सेल दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को सम्मानित करेंगे।

राष्ट्रपति ने अपने संदेश में बड़वानी जिले में ‘विश्व सिकल सेल रोग जागरूकता आयोजित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की सराहना की है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली सिकल सेल एनीमिया, भारत में जनजातीय आबादी को विशेष रूप से प्रभावित करती है। इसके विरुद्ध दृढ़ संकल्प के साथ लड़ने की दिशा में इस दिवस का मनाया जाना एक महत्वपूर्ण कदम है।

राष्ट्रपति द्रौपदी ने कहा कि दशकों से हमारे आदिवासी समुदाय और पिछड़े क्षेत्रों में कई लोग सिकल सेल एनीमिया का कष्ट झेलते रहे हैं। बीमारी के एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक प्रसार को रोकने के लिए समुदाय स्तर पर स्क्रीनिंग जांच द्वारा पहचान कर जेनेटिक काउंसलिंग एवं प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है। वर्ष 2047 तक भारत को सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति दिलाने का राष्ट्रीय संकल्प इस समस्या को जड़ से समाप्त करने की दिशा में एक दूरदर्शी पहल है। राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया मुक्ति मिशन के अंतर्गत सिकल सेल एनीमिया से प्रभावित लोगों के लिए एकीकृत उपचार केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जहां पर रोगियों को आवश्यक औषधियां निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत हो रहे प्रयासों से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई जनजातीय समुदायों में बीमारी की पहचान समय पर हो रही है जिससे इलाज और जीवन की गुणवत्ता में सुधार भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब सभी हितधारक मिलकर एक सतत, समर्पित और मानवीय दृष्टिकोण से कार्य करेंगे, तभी इस समस्या का जड़ से उन्मूलन संभव हो पाएगा।

उन्होंने कहा कि विकसित भारत के हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि सभी देशवासी स्वस्थ हों। स्वस्थ नागरिक ही अपने जीवन, अपने राज्य और हमारे देश की प्रगति में प्रभावी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने भारत को सिकल सेल एनीमिया मुक्त बनाने के लिए सभी भागीदारों को एकजुट होकर कार्य करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हम सब निरंतर एकजुट होकर कार्य करें।”

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर