Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
वेलिंगटन/नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम की कप्तान सोफी डिवाइन ने घोषणा की है कि वह इस वर्ष भारत और श्रीलंका में होने वाले 50 ओवर के महिला विश्व कप के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लेंगी। हालांकि, वह टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) के साथ कैजुअल (चयनित) अनुबंध के तहत उपलब्ध रहेंगी।
35 वर्षीय डिवाइन ने यह घोषणा न्यूजीलैंड की 17 सदस्यीय महिला अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची जारी होने से ठीक एक दिन पहले की है। चूंकि वह अब केंद्रीय अनुबंध का हिस्सा नहीं होंगी, इसलिए विश्व कप के बाद एक नई वनडे कप्तान की नियुक्ति की जाएगी।
डिवाइन ने 2006 में 17 साल की उम्र में वनडे डेब्यू किया था और करीब 19 वर्षों तक न्यूजीलैंड की एक प्रमुख ऑलराउंडर के रूप में शानदार प्रदर्शन किया। वह न्यूजीलैंड के लिए सबसे अधिक वनडे खेलने वाली खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं और वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ियों में चौथे स्थान पर हैं। लेकिन संभावना है कि विश्व कप के दौरान वह 4000 रन का आंकड़ा पार कर डेबी हॉकलि को पीछे छोड़ते हुए तीसरे स्थान पर पहुंच जाएंगी।
उनके नाम 8 वनडे शतक हैं, जो न्यूजीलैंड की महिलाओं में सुजी बेट्स के बाद दूसरा सर्वोच्च आंकड़ा है। साथ ही, वह 100 से अधिक विकेट लेने वाली दो न्यूजीलैंड महिला खिलाड़ियों में शामिल हैं, और इस सूची में भी ली ताहुहु के बाद दूसरे स्थान पर हैं।
डिवाइन ने एक बयान में कहा, मुझे लगता है कि यह सही समय है धीरे-धीरे पीछे हटने का। एनजेडसी का सहयोग पाकर मैं खुद को सौभाग्यशाली मानती हूं। इससे मुझे टीम के साथ जुड़े रहने का मौका भी मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा, यह मेरे लिए जरूरी है कि सभी जानें कि मैं पूरी तरह समर्पित हूं और विश्व कप तक इस टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रतिबद्ध हूं। इस युवा टीम के भविष्य को लेकर मैं उत्साहित हूं और आने वाले 6–9 महीनों में अपनी भूमिका निभाने को लेकर तैयार हूं।
एनजेडसी की महिला हाई परफॉर्मेंस प्रमुख लिज़ ग्रीन ने कहा, सोफी ने व्हाइट फर्न्स के लिए लगभग दो दशक तक सेवा दी है। हम उनके निर्णय का पूरी तरह समर्थन करते हैं और यह समझौता उनके और टीम दोनों के लिए सकारात्मक है।
एनजेडसी के मुख्य कार्यकारी स्कॉट वीनिंक ने कहा, सोफी डिवाइन एक असाधारण लीडर और खेल की महान ऑलराउंडर्स में से एक रही हैं। उनकी विरासत और युवा खिलाड़ियों के विकास के प्रति उनका समर्पण प्रेरणादायक है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे