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शिमला, 17 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के लाखों राशन उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। अब सस्ते राशन के डिपुओं में राशन लेने की प्रक्रिया और आसान होने जा रही है। सरकार ने डिपुओं में बार-बार सर्वर फेल होने की समस्या को दूर करने के लिए एक नई तकनीक लागू करने का फैसला किया है। इसके तहत अब राशन लेने के लिए उपभोक्ता का चेहरा स्कैन किया जाएगा और आधार से मिलान होने के बाद ही राशन मिलेगा।
इस काम के लिए ‘फेस ऑथेंटिकेशन ऐप’ का इस्तेमाल किया जाएगा। यानी अब न तो ओटीपी की जरूरत होगी और न ही सर्वर के चलने पर निर्भर रहना पड़ेगा। इससे उपभोक्ताओं को समय पर राशन मिल सकेगा और लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग ने बताया कि नई व्यवस्था लागू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है और इसके लिए आईटी विभाग के अधिकारियों से भी सलाह-मशविरा किया जा रहा है। तकनीकी जांच के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
इस नई प्रणाली के तहत सभी डिपो संचालकों के पास एंड्रॉयड मोबाइल होना जरूरी होगा, क्योंकि इसी मोबाइल से उपभोक्ता का चेहरा स्कैन किया जाएगा। चेहरा स्कैन होने के बाद जानकारी सीधे विभाग के डेटा से मिलाई जाएगी और पहचान सही होने पर राशन दिया जाएगा।
हालांकि उपभोक्ताओं को इस सुविधा का लाभ तभी मिलेगा जब उनकी ई-केवाईसी पूरी होगी। यानी उनका राशन कार्ड आधार से जुड़ा होना जरूरी है। जिन उपभोक्ताओं ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उन्हें जल्द यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम ने बताया कि यह तकनीक लागू होने से उपभोक्ताओं को बार-बार सर्वर फेल होने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा और राशन वितरण की प्रक्रिया तेज और आसान हो जाएगी। जल्द ही यह नई व्यवस्था डिपुओं में शुरू कर दी जाएगी। हिमाचल प्रदेश में करीब साढ़े 18 लाख राशन कार्ड उपभोक्ता हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा