कैनिंग में जर्जर पुल पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, नेताओं को दी सख्त चेतावनी- अब वोट मांगने मत आना
कैनिंग में टूटा पल ग्रामिणो ने प्रदर्शन किया


दक्षिण 24 परगना, 16 जून ( हि.स.)।

दक्षिण 24 परगना के कैनिंग ब्लॉक-1 क्षेत्र में डाबु खाल नदी पर बने सखेरहाट बटतला पुल की बदहाली ने स्थानीय लोगों का जीवन संकट में डाल दिया है। उत्तर अंगदबेरिया और दक्षिण अंगदबेरिया को जोड़ने वाला यह लकड़ी का अस्थायी पुल अब इतना जर्जर हो चुका है कि उस पर चलना भी जानलेवा बन गया है।

इस पुल से हर दिन हजारों ग्रामीण के साथ स्कूली बच्चे, कॉलेज विद्यार्थी, शिक्षक, मरीज और बुजुर्ग जीवन को जोखिम में डालकर आवागमन करते हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि यह पुल कभी भी पूरी तरह ढह सकता है।

करीब 15 साल पहले इस स्थान पर बना कंक्रीट का पुल टूट गया था। उसके बाद सिंचाई विभाग द्वारा लकड़ी का एक वैकल्पिक पुल बनाया गया था, लेकिन वह भी चार साल पहले टूट गया। तब से वही जर्जर पुल टिका हुआ है, जिसकी हालत अब बिल्कुल चरमरा चुकी है।

ग्रामीणों का कहना है कि वे वर्षों से पंचायत, ब्लॉक प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से पुल की मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन हर बार सिर्फ वादे किए गए, कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

इस पुल से पास के पांच पंचायत क्षेत्रों जैसे डारिया, हाटपुकुरिया, निकारीघाटा, गोपालपुर और दिघीरपाड़ के लोग गुजरते हैं।

छात्र-छात्राओं को स्कूल-कॉलेज जाना पड़ता है तथा मरीजों को अस्पताल पहुंचाना होता है।

गौरतलब है कि रोजमर्रा के जरूरी काम इसी पुल से निपटाए जाते हैं। पुल की हालत इतनी खराब है कि आए दिन लोग गिरकर घायल हो रहे हैं। बरसात के मौसम में हालात और भी खतरनाक हो जाते हैं।

सोमवार को गांव वालों ने एकजुट होकर पुल की मरम्मत की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने नेता-मंत्रियों को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि चुनाव के वक्त हाथ पैर जोड़ते हैं, वादे करते हैं, लेकिन फिर पांच साल तक मुंह नहीं दिखाते। अब वोट मांगने मत आना ।

एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा कि स्कूल के बच्चे रोज इस पुल से गिरते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं। क्या हमारे बच्चों की जान की कोई कीमत नहीं है?

लंबे विरोध और जनदबाव के बाद अब कैनिंग पश्चिम के विधायक परेश राम दास ने पुल की मरम्मत का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन से बात कर जल्द से जल्द काम शुरू कराया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय