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धर्मशाला, 16 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र भाजपा प्रभारी एवं विधायक विपिन सिंह परमार, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर तथा जिला पालमपुर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विनय शर्मा ने पांवटा साहिब में हाल ही में घटित मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. राजीव बिंदल और विधायक सुखराम चौधरी पर दर्ज एफआईआर पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। भाजपा नेताओं ने कहा कि पांवटा साहिब में जो कुछ भी हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है।
उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर पीड़ित परिवार के प्रति अन्याय और एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण होती जा रही है। उन्होंने बताया कि उक्त मामला बीएनएस की धारा 163 के उल्लंघन के आरोप में 50 लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस पीड़ित परिवार और उनके सहयोगियों को प्रताड़ित कर रही है, जबकि दूसरी ओर आरोपी पक्ष और समुदाय विशेष का साथ दे रही है, वह सरासर गलत और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में ऐसी घटनाओं को कतई सहन नहीं किया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी के परिवार और समर्थकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि पीड़ित परिवार को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने इसे भाजपा और प्रदेशवासियों का अपमान बताते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में उनकी सरकार द्वारा पारित हिमाचल प्रदेश धर्म की स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक, 2022 में जबरन धर्म परिवर्तन पर 10 साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। इसके बावजूद पुलिस द्वारा इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन से उक्त मामले में निष्पक्ष और न्यायसंगत कार्रवाई की अपील की है, जिससे कि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। उन्होंने चेताया कि यदि पुलिस और प्रशासन इस तरह की राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करते रहे, तो भाजपा इसे सड़क से सदन तक उठाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया