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ग्वालपाड़ा (असम), 16 जून (हि.स.)। सोमवार को ग्वालपाड़ा जिले में व्यापक बेदखली अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अधिकारियों ने हसीला बील क्षेत्र में लगभग 1,500 बीघा सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाना शुरू किया।
नागरिक प्रशासन के नेतृत्व में और भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ, अभियान में 667 से अधिक अवैध घरों और अनधिकृत प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया, जिनमें स्कूल और सार्वजनिक उपयोगिता स्थल शामिल हैं।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि हटाए जा रहे ढांचों में पांच शैक्षणिक संस्थान और जल जीवन मिशन (जेजेएम) परियोजना शामिल है, जो बिना मंजूरी के चल रही थी।
अभियान से पहले, प्रशासन ने व्यापक जागरूकता और नोटिस अभियान चलाया। अवैध कब्जाधारियों को बार-बार औपचारिक नोटिस और बैनर और लाउडस्पीकर के माध्यम से सार्वजनिक प्रसारण के माध्यम से खाली करने के लिए कहा गया। 15 जून को खाली करने की अंतिम समय सीमा तय की गई थी।
हालांकि, नोटिस के बावजूद, कंक्रीट के घरों और दुकानों से लेकर बोरवेल और पानी की पाइपलाइनों तक कई अतिक्रमण बरकरार रहे। इन्हें अब चल रहे अभियान के तहत ध्वस्त करने के लिए चिह्नित किया गया है।
पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत सुरक्षा घेरा स्थापित किया है कि बेदखली की प्रक्रिया सुचारू रूप से चले, जिससे व्यवधान या संघर्ष का जोखिम कम से कम हो।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बेदखली कोई अलग-थलग उपाय नहीं है, बल्कि विकास और कल्याण उद्देश्यों के लिए सार्वजनिक भूमि को पुनः प्राप्त करने के दीर्घकालिक प्रयास का हिस्सा है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश