राजगढ़ः पिता सिर्फ पालनकर्ता ही नहीं बल्कि चरित्र निर्माणकर्ता भी होते हैं-नीलम दीदी
चरित्र निर्माणकर्ता भी होते है-नीलम दीदी


राजगढ़, 15 जून (हि.स.)। मजबूत पेड़ की जड़ होते हैं पिता, वे वह आधार है, जिनके शांतभाव से किए गए परिश्रम और त्याग के बिना परिवार का आधार मजबूत नहीं हो सकता। पिता सिर्फ पालनकर्ता नहीं, बल्कि चरित्र निर्माणकर्ता भी होते हैं। वे बच्चों के जीवन में प्रेरणा, अनुशासन और आत्मविश्वास भरते हैं। यह बात खिलचीपुर में प्रजापिता ब्रहमाकुमारी ईश्वरीय विधालय द्वारा रविवार को फादर्स डे पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में नीलम दीदी ने कही।

उन्होंने कहा कि हमें पिता की डांट- फटकार में स्नेह और कठोर निर्णयों में निहित भविष्य को समझना चाहिए। वे सख्त दिखते है, लेकिन उनके हृदय में बच्चों के लिए अपार ममता और करुणा होती है। ऐसे महान व्यक्तित्व को केवल एक दिन ही नही, बल्कि हर दिन सम्मान दिया जाना चाहिए। कार्यक्रम में परमपिता परमात्मा शिव के सच्चे स्वरुप और उनसे जुड़ने की विधियों के बारे में सीख दी गई। उन्होंने कहा कि जब हम अपने जीवन के संघर्षों का बोझ परमपिता को समर्पित कर देते है तो सच्ची शांति का अनुभव होता है। कार्यक्रम के अंत में अहमदाबाद विमान हादसे में हुए दिवंगत आत्माओं के लिए दो मिनिट का मौन धारण कर श्रद्वांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में संस्था के वरिष्ठ सदस्यों को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया साथ ही ईश्वरीय सौगात दी गई।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / मनोज पाठक