झज्जर : तीन गांवों में पंचायत चुनाव के बीच तेज बारिश से एक घंटे तक रुका रहा मतदान
झज्जर के गांव बादली में पंचायत चुनाव मतदान के लिए लगी लाइन।


झज्जर, 15 जून (हि.स.)। जिले में तीन गांव में पंचायत चुनाव के लिए आज रविवार सुबह आठ बजे से मतदान शांतिपूर्वक शुरू हुआ। तीनों गांवाें में मतदाताओं में उत्साह देखा गया। मतदान केन्द्राें पर लंबी लाइन दिखीं, लेकिन तेज बारिश की वजह से

मतदान एक घंटे से अधिक समय तक बाधित रहा।

दरअसल, करीब तीन साल पहले इन तीनों गांवों को मिलाकर बनाई गई बादली नगरपालिका को आठ महीने बाद ही भंग कर दिया गया था। इसलिए तीनों गांव में दोबारा पंचायत व्यवस्था बहाल करके चुनाव करवाया जा रहा है। जिले के बादली उपमंडल के गांव बादली, पाहसोर और एमपी माजरा में ग्राम पंचायत के चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया सुबह आठ बजे शुरू हुई। दिन की गर्मी से बचने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण मतदान के लिए केन्द्र पर पहुंच गए। मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से चल रही थी, लेकिन करीब साढ़े आठ बजे तेज बारिश शुरू हो गई। जिसकी वजह से तीनों गांव में मतदान में बाधा आई। बारिश इतनी तेज हुई कि तीनों गांव की गलियों में पानी भर गया। लगातार हुई बारिश की वजह से अन्य मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया। करीब 10 बजे के बाद ही दोबारा मतदान सुचारू हो पाया। मतदान प्रक्रिया शाम छह बजे तक चलेगी। तीनों गांव में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। इन गांव में बाहरी लोगों का प्रवेश रोकने के लिए, शराब व नकदी आदि का प्रचलन रोकने के लिए और मतदान में किसी प्रकार की अवांछित बाधा उत्पन्न न होने देने के लिए पुलिस ने 17 नाके लगाए हैं।

इन तीनों ग्राम पंचायतों के तीन सरपंच पदों के लिए कुल 13 उम्मीदवार मैदान में हैं। सरपंच बादली और सरपंच पाहसोर के लिए पांच-पांच और सरपंच एमपी माजरा के लिए तीन उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। ग्राम पंचायत बादली के 15 पंचों का चुनाव मतदान से होगा। पांच पंचों का चुनाव निर्विरोध संपन्न हो चुका है। इसी प्रकार गांव पाहसोर के दो पंचों का चुनाव मतदान से किया जाएगा, जबकि छह पंचों का चुनाव निर्विरोध किया जा चुका है। एमपी माजरा के सभी छह पंचों का चुनाव निर्विरोध हो गया था।

गांव बादली और एमपी माजरा से प्रदेश के दो बड़े राजनीतिक नेताओं का गहरा ताल्लुक है। बादली विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सचिव ओमप्रकाश धनखड़ चुनाव लड़ते हैं। यही के विधायक बनकर वह राज्य के कृषि एवं पशुपालन मंत्री रहे। इसके अलावा गांव एमपी माजरा वर्तमान में राज्य सरकार के सहकारिता एवं जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा का पैतृक गांव है। इन तीनों गांव में ये चुनाव यहां किसी भी प्रकार की प्रशासनिक इकाई न होने के कारण करवाने पड़ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता ओमप्रकाश धनखड़ के प्रयास से फरवरी 2022 में इन तीनों गांवों को मिलाकर एक नगरपालिका बादली बनाई गई थी, लेकिन तीनों ही गांव के लोग नगरपालिका प्रणाली के खिलाफ थे और दोबारा पंचायत व्यवस्था बहाल करवाने चाहते थे। इसके लिए ग्रामीणों ने कई महीने तक आंदोलन किया। आखिर आठ महीने बाद ही सरकार को नगरपालिका भंग करके दोबारा पंचायत व्यवस्था बहाल करने की अधिसूचना जारी करनी पड़ी।

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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज