बुजुर्ग से लाखों की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधी गिरफ्तार
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते डीआईजी सह एसएसपी


रांची, 15 जून (हि.स.)। रांची के साइबर अपराध थाना पुलिस ने बुजुर्ग से लाखों की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों में प्रशांत खिलार और रुपेश खिलार शामिल है। दोनों पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) के रहने वाला है। दोनों भाई है। इनके पास से दो लाख 57 हजार 200 रुपये नकद, तीन मोबाइल, तीन चेक बुक और चार पासबुक बरामद किया गया है।

डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि 25 अप्रैल को साइबर अपराध थाने में धुर्वा निवासी चुंडा पुर्ती ( 81) ने एक आवेदन दिया। दिये आवेदन में बुजुर्ग ने लिखा था कि पांच अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच मेरे दो बैंक खातों से 3,26,278 रुपये की अवैध निकासी हुई है। अनुसंधानकर्ता के जरिये अनुसंधान के क्रम में तकनीकी साक्ष्य के माध्यम से पता चला कि बुजुर्ग पश्चिम सिंहभुम स्थित जिस ग्राहक सेवा केन्द्र से पैसा निकालते थे। उसके संचालक प्रशांत खिलार और इनके भाई रुपेश खिलार मिलकर बुर्जुग के दोनों बैंक के एटीएम कार्ड का फोटो ले लिये और बैंक से रजिस्टर्ड बैंक से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का पोर्ट कोड लेकर दूसरे व्यक्ति के नाम से सिम को पोर्ट करा लिये। उसके बाद अपने दुकान के एक मोबाइल फोन में सिम लगाकर बुजुर्ग का यूपीआई बना लिये।

एसएसपी ने बताया कि बुजुर्ग के खाते से 3,26,278 रुपये की अवैध निकासी कर लिया। प्रशांत खिलार ने बुजुर्ग के खाता से दो लाख रुपये अपने भाई रुपेश खिलार के खाता में ट्रांसफर किया। उन्होंने बताया कि साइबर डीएसपी और इंस्पेक्टर मनीषा कुमारी के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया। छापेमारी टीम ने दोनों को पश्चिम सिंहभूम से गिरफ्तार किया। दोनों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे