Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
वॉशिंगटन, 15 जून (हि.स.)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एक मीडिया संस्थान से बातचीत में इस बात की संभावना जताई कि अमेरिका भविष्य में इजराइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष में शामिल हो सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में अमेरिका किसी प्रकार से इस संघर्ष में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं है।
अमेरिकी मीडिया संस्थान 'एबीसी न्यूज' से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “फिलहाल हम इस संघर्ष में शामिल नहीं हैं लेकिन यह संभव है कि ऐसा हो सकता है।”
वहीं, ईरान को परमाणु वार्ता की मेज पर आने के लिए अंतिम समय सीमा दिए जाने को लेकर ट्रंप ने कहा कि “कोई डेडलाइन नहीं है, लेकिन वे बातचीत कर रहे हैं। वे समझौता करना चाहते हैं और लगातार सम्पर्क में हैं।”
दरअसल, अमेरिका और ईरान के बीच ओमान में होने वाली अगली परमाणु वार्ता, जो रविवार को प्रस्तावित थी, रद्द कर दी गई है। इसके बावजूद ट्रंप ने उम्मीद जताई कि हालिया तनाव के चलते अब समझौता और तेजी से हो सकता है। ट्रंप का कहना है कि “हालिया घटनाएं शायद एक समझौते को और जल्दी लाने के लिए मजबूर कर दें।”
ट्रंप ने यह भी खुलासा किया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनसे इजराइल-ईरान संकट पर मध्यस्थता की पेशकश की है और उन्होंने इस पर विचार करने की इच्छा जताई है। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने मुझे फोन किया। हमने इस मुद्दे पर लंबी बातचीत की।”
इजराइल और ईरान के बीच जारी टकराव में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। इस संघर्ष के फैलने की आशंका के बीच अमेरिका की संभावित भूमिका को लेकर वैश्विक स्तर पर चिंताएं बढ़ रही हैं। अगर अमेरिका किसी भी रूप में इस विवाद में प्रवेश करता है, तो इससे मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है और वैश्विक स्थिरता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय