उज्जैन सिंहस्थ-2028: पुलिस अधिकारियों ने की उच्च स्तरीय बैठक
सिंहस्थ-2028: पुलिस अधिकारियों ने की उच्च स्तरीय बैठक


उज्जैन, 15 जून (हि.स.)। सिंहस्थ-2028 को लेकर एडीजीपी उमेश जोगा की अध्यक्षता में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय बैठक रविवार को आईजी कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में भीड़ नियंत्रण,यातायात प्रबंधन,सुरक्षा एवं आपातकालीन प्रबंधन पर चर्चा हुई। तय किया गया कि सिंहस्थ हेतु 4 नए रेलवे स्टेशन प्रस्तावित किए जाएं। इसप्रकार पुलिस बल और स्टॉफ बढ़ाया जाए।

जोगा की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में आईजी आरपीएफ अजय सदानी,डीआईजी उज्जैन रैंज नवनीत भसीन,एसपी प्रदीप शर्मा,आरपीएफ रतलाम के डीएसपी राजाराम मीणा एवं सिंहस्थ से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य सिंहस्थ-2028 के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था,यातायात प्रबंधन,अपराध नियंत्रण,आपातकालीन प्रबंधन एवं यात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु विस्तृत रणनीति तैयार करना था।

यह निर्णय लिए अधिकारियों ने

बैठक में अधिकारियों ने निर्णय लिए कि-

* सिंहस्थ में भीड़ प्रबंधन हेतु उज्जैन क्षेत्र में चार नए रेलवे स्टेशन विकसित किए जाएं। इनका विकास एवं तकनीकी पक्ष के लिए मुंबई एवं रतलाम के इंजीनियर्स क्रियान्वयन करे।

* सिंहस्थ के पूर्व एवं सिंहस्थ के दौरान अतिरिक्त पुलिस बल एवं स्टॉफ उपलब्ध करवाया जाए। इसमें नगर सेना के जवान भी शामिल रहे। इसीप्र्रकार विशेष महिला बल जोकि सादी वर्दी में रहे तथा विशेष पुलिस बल का दस्ता उपलब्ध करवाया जाए। ये बल निरंतर प्रत्येक धर्मशाला, नदी के घाटों और पहुंच मार्गो पर विशेष नजर रखे,ताकि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहे।

* संपूर्ण सिंहस्थ क्षेत्र में अत्याधुनिक सीसीटीवी केमरों का नेटवर्क बिछाया जाए। साथ ही ड्रोन निगरानी, हाईटेक कंट्रोल रूम,डेटा एनालिटिक्स,एएलपीआर, फेशियल रिकॉग्निशन तथा एआई आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम उपलब्ध करवाया जाए। ताकि इनका उपयोग कर संदिग्ध गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।

* अपराध नियंत्रण के लिए सिंहस्थ में विशेष दस्ते सक्रिय किए जाएं। ताकि सम्पूर्ण मेले में चेन झटपटमार,जेबकतरे,सायबर अपराध करनेवाले, गुमशुदा लोगों आदि मामलों मे प्रभारी कार्रवाई एवं नियंत्रण किया जाए। इसके लिए क्राइम ब्रांच,स्पेशल टास्क फोर्स और सादी वर्दी में पुरूष एवं महिला सुरक्षा बल सक्रिय रहे।

* श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विस्तार किया जाए। इसके लिए वॉटर डिस्पेंसिंग,मेडिकल एम्बुलेंस,ट्रेफिक गाइडेंस सिस्टम,हेल्प डेस्क और सूचना प्रसारण प्रणाली को विकसित किया जाए। घाटों पर विशेष प्रकाश व्यवस्था की जाए। इसीप्रकार पर्याप्त बैरिकेडिंग,अग्निरोधक उपकरण एवं दमकलें और आपदा प्रबंधन हेतु बलों की तैनाती की जाए। ब्रिगेड व आपदा प्रबंधन बल की तैनाती। पार्किंग स्थल,शटल बस सेवाएं एवं ट्रैफिक रूट डायवर्जन की समन्वित योजना बने,ताकि आकस्मिक स्थितियों में इन्हे लागू किया जा सके।

* पुलिस विभाग का अन्य विभागों के साथ समन्वय बैठाने के लिए समान्तर व्यवस्था की जाए। ताकि रेलवे,नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत, परिवहन, आपदा प्रबंधन व अन्य विभागों के साथ संयुक्त समन्वय हो सके। ऐसा होने से किसी भी स्थिति से निपटना आसान रहेगा।

उज्जैन पुलिस की प्रतिबद्धता

एडीजीपी उमेश जोगा ने बताया कि सिंहस्थ-2028 के हर श्रद्धालु की सुरक्षा,सुविधा व सेवा के लिए उज्जैन पुलिस पूरी निष्ठा और तत्परता के साथ कार्यरत रहेगी। सिंहस्थ को ऐतिहासिक,सुरक्षित व विश्वस्तरीय आयोजन बनाने हेतु हर स्तर पर कार्य किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्‍वेल