शिमला आर्ट फेस्टिवल : चित्रों में संवर रही हिमाचल की संस्कृति और प्रकृति
शिमला आर्ट फेस्टिवल : चित्रों में संवर रही हिमाचल की संस्कृति और प्रकृति


शिमला, 15 जून (हि.स.)। राजधानी शिमला के ऐतिहासिक बैंटनी कैसल में आयोजित तीन दिवसीय आर्ट फेस्टिवल कला प्रेमियों और प्रतिभागियों के लिए यादगार बन गया है। हिमाचल प्रदेश राज्य संग्रहालय की ओर से आयोजित इस तीन दिवसीय महोत्सव में देशभर से आए जाने-माने चित्रकारों के साथ-साथ स्थानीय स्कूली छात्र भी भाग ले रहे हैं। इस फेस्टिवल में चित्रकार हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक धरोहरों को रंगों के माध्यम से जीवंत कर रहे हैं।

फेस्टिवल का मुख्य विषय हिमाचल की सांस्कृतिक समृद्धि और नैसर्गिक आकर्षण रखा गया है। प्रतिभागी कलाकार बैंटनी कैसल परिसर में बैठकर लाइव पेंटिंग कर रहे हैं, जिससे दर्शक भी कला प्रक्रिया का प्रत्यक्ष अनुभव कर पा रहे हैं। इन चित्रों में शिमला की वादियों, पारंपरिक लोक जीवन, ऐतिहासिक स्मारकों और जनजातीय संस्कृति को बेहतरीन तरीके से उकेरा गया है।

राज्य संग्रहालय शिमला के अध्यक्ष डॉ. हरी चौहान ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से न केवल कला को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि युवाओं को नशे और अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रखने में भी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि यह फेस्टिवल बच्चों को रचनात्मकता के साथ तनावमुक्त करने का मंच दे रहा है।

उन्होंने बताया कि फेस्टिवल में लगभग 400 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें स्कूली बच्चों से लेकर वरिष्ठ कलाकार शामिल हैं। हर दिन स्कूलों से छात्र पेंटिंग वर्कशॉप में हिस्सा ले रहे हैं। इसके साथ ही जवाहरलाल नेहरू फाइन आर्ट कॉलेज, हिमाचल विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट्स और पहाड़ी चित्रकला विभाग के छात्र भी इसमें सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।

महोत्सव में भाग ले रहे देशभर के चित्रकारों ने शिमला के शांत और सुरम्य वातावरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि यहां की पहाड़ियां, स्वच्छता और सांस्कृतिक सौंदर्य उनकी कला को और निखार देते हैं। एक वरिष्ठ चित्रकार ने कहा आज भले ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दौर हो, लेकिन चित्रकार की कल्पना और सोच को कोई तकनीक नहीं छू सकती।

फेस्टिवल के दौरान दर्शकों की अच्छी खासी भीड़ भी देखी जा रही है। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी कलाकारों की पेंटिंग प्रक्रिया को देखकर प्रभावित हुए।

तीन दिवसीय महोत्सव का आगाज बीते शनिवार को हुआ और सोमवार को इसका समापन होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा