गुनाः बारिश ने दिखाई बदहाली, पानी भरा, कीचड़ मचा
¢बदहाली,


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गुना, 15 जून (हि.स.)। मानसून का अभी क्षेत्र में प्रवेश नहीं हुआ है। मौसम विभाग इसकी आमद अगले हफ्ते तक बता रहा है। इससे पहले प्री-मानसून की बारिश से शहर तरबतर हो रहा है। गत दिवस के आंधी, तूफान और बारिश के बाद शनिवार की रात भी शहर में झमाझम बारिश हुई। इस बारिश को मिलाकर अब तक 49.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बारिश के कारण तापमान नीचे गिरने से लोगों की गर्मी से तो राहत मिली, किन्तु बिजली गुल होने के कारण परेशानी गुल उठानी पड़ी। इस बारिश ने शहर की बद्हाली को सामने ला दिया है। जगह-जगह जहां पानी भरा दिखाई दे रहा है तो कीचड़ भी जमा हो गया है। जिससे लोग भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब अभी यह हालात है तो आगे समस्या और गंभीर होने वाली है।

मौसम विभाग के अनुसार अभी भी गुना सहित पड़ोसी जिलों शिवपुरी, अशोकनगर, व राजगढ़ में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान इन जिलों में हवा की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है। इसलिए लोगों को सावधानी बरतन की जरूरत है। र

रात में हुई बारिश

बीती रात में करीब एक घंटे तक जोरदार बारिश हुई। इसके साथ ही जिले के अन्य हिस्सों में भी रुक-रुक बारिश होती रही। गुना मौसम विभाग ने रविवार सुबह 8.30 बजे तक जिला पर 21.6 मिमी बारिश दर्ज की। बारिश और हवाएं चलने से तापमान भी लुढक़ गया है। मौसम विज्ञान केन्द्र के से प्राप्त जानकारी के अनुसार चौबीस घंटे में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री की गिरावट के साथ शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात 27.6 डिग्री सेल्सियस था, वहीं अधिकतम तापमान भी पिछले पांच दिनों में 5 डिग्री नीचे आ गया है। अधिकतम तापमान में हर दिन करीब 1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। शनिवार को डेढ़ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई थी। शनिवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहा था तो रविवार को यह 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

खुद पानी निकालते दिखे लोग

पुरानी मंडी की दुर्दशा बारिश में उभरकर सामने आई है। पूरे मंडी परिसर में जगह-जगह पानी भर गया है तो कीचड़ जमा है। इसके चलते यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। रविवार को रहवासी के साथ ही सब्जी विक्रेता भी यहंा सफाई करते और गंदा पानी निकालते देखे गए। गौरतलब है कि मंडी में इन दिनों प्रशासन आवागमन और जाम की समस्या से निपटने व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है, किन्तु यह बद्हाली जिम्मेदारों को दिखाई नहीं दे रही है।

कीचड़ से होकर जा रहे अस्पताल

करोड़ों के निर्माण के बीच जिला अस्पताल के प्रवेश द्वार पर भी कीचड़ जमा है। जिससे अस्पताल आने-जाने में लोग परेशानी का सामना कर रहे है। जानकारी के अनुसार यहां पाइप लाइन लीकेज को दुरुस्त करने के लिए सडक़ खोदी गई थी। इसके बाद यहां मिट्टी का ढेर छोड़ दिया गया। बारिश से यह ढेर कीचड़़ में तब्दील हो गया है। जो वाहनों के पहियों और राहगीरों के पैरों से सडक़ तक फैल रहा है। जिससे फिसलन की स्थिति बन गई है। रविवार सुबह एक दोपहिया वाहन सवार फिसलकर गिर पड़ा। यह सिर्फ तीन स्थानों के हालात नहीं है, बल्कि शहर में कई स्थानों पर यह स्थिति देखी जा सकती है। गड्ढ़ों में बारिश का पानी भरा हुआ है तो कीचड़ के कारण रास्ता फिसलन भरा हो रहा है। लोगों की यह परेशानी आगामी दिनों में और ज्यादा बढऩे वाली है।

कीचड़ में खेलने के लिए मजबूर है बच्चे

संजय स्टेडियम में भी हालात खराब है। यहां बारिश खिलाडिय़ों के लिए गंभीर परेशानी का सबब बन गई है। मैदान ऊबड़-खाबड़ है और कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं। जिनमें बारिश का पानी भर गया है। यहां रविवार को बच्चे ऐसे मैदान पर क्रिकेट खेलते देखे गए। इससे उनके कपड़े खराब हो गए तो फिसलने से बच्चे चोटिल भी हुए। मैदान की वर्तमान स्थिति बताती है कि लगातार बारिश के बाद यहां खेलने की जगह नहीं बचने वाली है। खिलाडिय़ों का कहना है कि संजय स्टेडियम का रखरखाव ठीक से होने चाहिए। यहां यह बताना जरुरी है कि शहर में सिर्फ दो खेल मैदान ही है। पहला यह संजय स्टेडियम और दूसरा रेलवे खेल मैदान।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक शर्मा