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शिमला, 15 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के मैदानी जिलों ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर में तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकॉर्ड हो रहा है। भीषण गर्मी और लू ने आम जनजीवन को खासा प्रभावित किया है। खासकर दोपहर के समय धूप तीव्र हो जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह में प्री-मानसून गतिविधियों की संभावना जताई है जिससे प्रदेश को लू से राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान के अनुसार 15 से 19 जून तक आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और इस दौरान कुछ स्थानों पर बिजली गिरने के साथ गरज-चमक व 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना है। हालांकि इन चार दिनों में कहीं भी भारी वर्षा की संभावना नहीं जताई गई है।
20 और 21 जून को मौसम का मिजाज बदलने के संकेत मिले हैं। इन दो दिनों के लिए मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर मौसम में व्यापक बदलाव की चेतावनी जारी की है। इन दोनों दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसे लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इस दौरान बादलों का बरसना प्री-मानसून सक्रियता की शुरुआत मानी जाएगी।
इसके साथ ही विभाग ने संकेत दिए हैं कि लगभग 25 जून के आसपास प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रवेश कर सकता है। मानसून के आगमन से तापमान में गिरावट आने और भीषण गर्मी से राहत मिलने की पूरी संभावना है।
इस बीच राजधानी शिमला व आसपास के इलाकों में आज बादल छाए हैं, वहीं सिरमौर जिला के कुछ स्थानों पर सुबह से बारिश हो रही है।
गौरतलब है कि लगातार बढ़ते तापमान को देखते हुए राज्य सरकार ने कई मैदानी जिलों के स्कूलों में समय परिवर्तन कर दिया है। अब ग्रीष्मकालीन स्कूलों में प्रातः 10 बजे की बजाय सुबह 7:30 बजे से कक्षाएं लग रही हैं ताकि बच्चे दोपहर की भीषण गर्मी से बच सकें।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में अंधड़ चलने व बिजली गिरने की आशंका के मद्देजर लोगों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे मौसम की ताजा जानकारी के आधार पर कृषि गतिविधियों की योजना बनाएं।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा