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पूर्णिया, 15 जून (हि.स.)।
बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी एवं राजद के वरिष्ठ नेता प्रो आलोक कुमार ने अंचल स्तर पर आयोजित भूमि विवाद निपटारे के जनता दरबार को लेकर प्रशासनिक लापरवाही और अनियमितता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि अंचलों में हर शनिवार को होने वाले जनता दरबार केवल औपचारिकता बनकर रह गए हैं।
प्रो आलोक ने कहा कि अधिकतर अंचलाधिकारी जनता दरबार में खुद उपस्थित नहीं होते, बल्कि बिना अधिकार और जानकारी वाले कनीय कर्मचारियों को भेजकर खानापूरी की जाती है। इससे भूमि विवादों का निष्पादन नहीं हो पा रहा है और पीड़ितों को उलझाकर मामलों को लटकाया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि बनमनखी अंचल में फर्जी दस्तावेजों को सही बताकर रैयतों को गुमराह किया जा रहा है, और जानबूझकर बीएलडीआर में भेजने की सलाह देकर उन्हें और अधिक परेशान किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि 14 जून 2025 को आयोजित जनता दरबार में अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी दोनों नदारद रहे, जिससे प्रशासन की गंभीरता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है।
प्रो आलोक ने आरोप लगाया कि बनमनखी अंचल में दाखिल-खारिज की प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हैं और पूरा अंचल दलालों एवं बिचौलियों के कब्जे में है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो राजद और महागठबंधन की ओर से आंदोलनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने पूर्णिया जिलाधिकारी से मांग की कि वे इस पूरे मामले की जांच कराएं और जनता दरबार में पदाधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करें, ताकि भूमि विवादों का निष्पक्ष और प्रभावी समाधान हो सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / नंदकिशोर सिंह