गुरुग्राम: बैंक मैनेजर बन बीमा पॉलिसी बंद होने का डर दिखाकर की ठगी
आरोपी राम प्रकाश ओझा।


-पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को किया है काबू

-आरोपी के पास से 20 हजार रुपये नकदी भी बरामद

-आरोपी के खाते में आए थे पांच लाख 84 हजार 800 रुपये

गुरुग्राम, 15 जून (हि.स.)। बैंक मैनेजर बनकर बीमा पॉलिसी बन्द होने का भय दिखाते हुए पॉलिसी को फिर से चालू कराने के नाम पर एक व्यक्ति से ठगी कर ली गई। पुलिस ने ठगी की इस वारदात में एक आरोपी को काबू करने में सफलता हासिल की है। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने रविवार को बताया कि ठगी की राशि में से आरोपी के खाते में पांच लाख 84 हजार 800 रुपये आए थे। आरोपी के पास से 20 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।

पुलिस के अनुसार 4 फरवरी 2025 को एक व्यक्ति ने पुलिस थाना साइबर अपराध मानेसर जिला गुरुग्राम की पुलिस टीम को एक शिकायत दी। शिकायत में कहा गया कि एक व्यक्ति ने उसको फोन करके अपने आपको बैंक मैनेजर बताया। उसको उसकी बीमा पॉलिसी बन्द हो जाने की बात बताते हुए पॉलिसी को फिर से चालू करने के नाम पर उससे रुपए ट्रांसफर करवाकर लिए। इस तरह से उसके साथ धोखाधड़ी करके ठगी की गई। पीडि़त की शिकायत पर थाना साइबर अपराध मानेसर, गुरुग्राम में केस दर्ज करके जांच शुरू की गई।

थाना प्रबंधक मनोज कुमार व उनकी टीम ने इस मामले में एक आरोपी को गौतम बुद्ध नगर उत्तर प्रदेश से काबू करने में सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान राम प्रकाश ओझा निवासी दौलतराम कॉलोनी दादरी, जिला गौतम बुध नगर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। आरोपी से पुलिस पूछताछ में पता चला है कि ठगी हुई राशि में से पांच लाख 84 हजार 800 रुपए उसके खाते में ट्रांसफर हुए थे। आरोपी राम प्रकाश ओझा ने अपना यह बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को बेच रखा था। जिसके बदले आरोपी ओझा ने खाते में आने वाली राशि में से दो लाख 12 हजार रुपए लिए थे। पुलिस टीम द्वारा आरोपी राम प्रकाश ओझा के कब्जा से 20 हजार रुपयों की नगदी बरामद की गई है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर