डीजीपी के निर्देश: अपराधों की रोकथाम, त्वरित कार्रवाई और आमजन की सेवा को प्राथमिकता दें
डीजीपी के निर्देश:अपराधों की रोकथाम, त्वरित कार्रवाई और आमजन की सेवा को प्राथमिकता दें


भोपाल, 15 जून (हि.स.)। प्रदेश के पुलिस मुखिया कैलाश मकवाना के निर्देश के बाद जिले के सभी सीएसपी एवं एसडीओपी ने शनिवार-रविवार की दरमियानी रात मे अपने थानों का निरीक्षण एवं थाना क्षेत्रों का भ्रमण किया गया। मकवाना ने निर्देश दिए थे कि ऐसा करने से पुलिस व्यवस्था सुदृढ़ होगी वहीं कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।

डीजीपी के निर्देश के बाद पुलिस अधिकारी सडक़ों पर उतरे और शहरों से लेकर अंचलों तक निरीक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम चला। डीजीपी की मंशानुसार 14 जून की रात्रि में जिले के सभी पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण किया। थानों पर जाकर निरीक्षण किया और दस्तावेज देखे। इस व्यापक निरीक्षण अभियान का मुख्य बिंदु -

* थानों की आंतरिक व्यवस्थाओं का परीक्षण करना।

* पुलिस कर्मचारियों की कार्यप्रणाली का आकलन करना।

* लंबित प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा करना।

* आमजन से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण करना।

* पुलिस बल की कार्यक्षमता बढ़ाना था।

लंबित प्रकरणों की समीक्षा: सीएसपी-एसडीओपी द्वारा थानों में दर्ज अपराधों-विशेषकर गंभीर प्रकृति के मामलों,हत्या, महिला संबंधी अपराध, साइबर अपराध आदि की स्थिति की समीक्षा की गई। प्रकरणों के शीघ्र विवेचना व न्यायालयीन कार्यवाही में प्रगति हेतु निर्देश दिए गए।

जनसुनवाई व शिकायत निवारण: प्रति मंगलवार थानों में आने वाली आम जनता की शिकायतों की सुनवाई की स्थिति का निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने जनसुनवाई रजिस्टर का अवलोकन कर यह सुनिश्चित किया कि शिकायतों का त्वरित और न्यायसंगत निराकरण हो।

थाने की साफ.-सफाई व अभिलेखों का परीक्षण: थानों की साफ.-सफाई, अभिलेखों का रखरखाव,मालखाना,हाजत,शस्त्र भंडार,सीसीटीवी केमरों की रिकॉर्डिंग एवं अन्य संसाधनों की स्थिति का गहन परीक्षण किया गया।

पुलिस बल की उपस्थिति एवं अनुशासन:कर्मचारियों की उपस्थिति, ड्यूटी रोस्टर, वर्दी,अनुशासन व रात्रिकालीन गश्त की स्थिति की भी समीक्षा की गई। अनुपस्थित या लापरवाह कर्मचारियों को चेतावनी दी गई।

थाना प्रभारी से संवाद: सभी सीएसपी-एसडीओपी ने अपने प्रभारवाले थानों के थाना प्रभारियों से विस्तृत संवाद कर उनकी समस्याए जानी। उनकी आवश्यकताओं और सुझावों को जाना। उच्चाधिकारियों तक सभी बातों को प्रेषित करने का आश्वासन दिया।

सार्वजनिक विश्वास की पुनस्र्थापना:सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे पुलिस और जनता के बीच विश्वास एवं संवाद की भावना को और मजबूत करें। प्रत्येक थाना क्षेत्र में सकारात्मक पुलिसिंग की भावना को सुदृढ़ किया जाए।

डीजीपी द्वारा सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे निरंतर रूप से अपने क्षेत्र के थानों का दौरा करें। अपराधों की रोकथाम, त्वरित कार्रवाई और आमजन की सेवा को प्राथमिकता दें। यह पहल कार्य संस्कृति में सुधार, समयबद्ध विवेचना और जवाबदेही को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्‍वेल