केदारनाथ में एक और हेलीकॉप्टर हादसा, इस वर्ष की पांचवीं दुर्घटना; पायलट सहित सात की मौत
हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद सर्च अभियान चलाते बचाव दल।


आज सुबह हादसे बाद हेलीकॉप्टर के मलबे से उठता धुंआ।


रुद्रप्रयाग, 15 जून (हि.स.)। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गौरी माई खर्क में रविवार को एक और हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पायलट सहित सात लोगों की मौत हो गई। इस वर्ष यह पांचवीं हेलीकॉप्टर दुर्घटना है, जिससे यात्रा मार्ग की हवाई सेवाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

बीते डेढ़ माह में केदारनाथ क्षेत्र में यह तीसरी हेलीकॉप्टर दुर्घटना है। इससे पूर्व बीते 17 मई और 7 जून को दो हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हो चुकी है।

गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16 किमी क्षेत्र पूरा संकरी घाटी, घने जंगल और तीन तरफा ऊंची पहाड़ी है। इसी क्षेत्र से हेलीकॉप्टर उड़ान भरते हैं। यहां, कब अचानक घने बादल और कोहरा छा जाय, कहना मुश्किल है।

इन हालातों में हेलीकॉप्टर सेवा हमेशा से ही संवेदनशील रही है। बीते एक दशक में केदारनाथ क्षेत्र में जितने बड़े हेलीकॉप्टर हादसे हुए हैं, उनकी प्रमुख वजह खराब मौसम रहा है। बावजूद, मौसम के पुख्ता जानकारी के लिए आज तक यहां कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। तमाम दावों के बाद भी वेदर वार्निंग सिस्टम स्थापित नहीं होने से बार-बार इस तरह के हादसे हो रहे हैं।

केदारनाथ क्षेत्र में हेलीकॉप्टर हादसे

21 जून 2013 को केदारनाथ से लौटते समय जंगलचट्टी की पहाड़ी पर टकराने से एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें पायलट की मौत हो गई थी।

24 जून 2013 को केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा हेलीकॉप्टर के क्रैश होने से पायलट और इंजीनियर की हुई मौत।

25 जून 2013 को केदारनाथ से लौटते समय गौरीकुंड की पहाडिय़ों पर सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर टकराकर क्रैश हो गया था, जिससे 20 सैन्य अधिकारी व जवान बलिदान हो गये थे।

18 अक्तूबर 2022 को छह यात्रियों को लेकर केदारनाथ से गुप्तकाशी-मस्ता लौट रहा आर्यन कंपनी का हेलीकॉप्टर कोहरे के चलते पहाड़ी से टकराने से क्रैश हो गया था, जिसमें पायलट सहित 7 लोगों की मौत हो गई थी।

23 अप्रैल 2023 को केदारनाथ हेलिपैड पर हेलिकॉप्टर के टेल रोटर की चपेट में आने से यूकाडा के वित्त अधिकारी की हुई मौत।

6 मई 2023 को केदारनाथ हेलिपैड के समीप हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी।

24 मई 2024 को केदारनाथ हेलिपैड से पहले हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी।

17 मई 2025 को एम्स की हेलि एम्बुलेंस की केदारनाथ हेलिपैड से कुछ पहले इंमरजेंसी लैंडिंग हुई। हेलिकॉप्टर का रोटर टेल भी टूटा

07 जून 2025 को बडासू में रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर हेलिकॉप्टर की इमजरेंसी लैंडिंग।

15 जून 2025 को गौरी माई खर्क में हेलिकॉप्टर क्रैश होने से पायलट सहित सात लोगों की मौत हुई।

इस वर्ष पांचवीं हेलिकॉप्टर दुर्घटना

रविवार 15 जून को गौरी माई खर्क में हेलीकॉप्टर हादसे से पूर्व 8 मई को यमुनोत्री जा रहा एक निजी हेलीकॉप्टर गंगनानी के समीप जंगल में क्रैश हो गया था। इस हादसे में पायलट सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 11 मई को श्रीबदरीनाथ धाम में क्रिस्टल कंपनी का हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर रपट गया था।

वहीं, 17 मई को एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस संजीवनी ने केदारनाथ हेलिपैड से पहले ही इमरजेंसी लैंडिंग की, इस दौरान हेलीकॉप्टर का टेल रोटर भी क्षतिग्रस्त हेा गया था। बीते 7 जून को बडासू में क्रिस्टल कंपनी का हेलिकॉप्टर ने टेकऑप करते हुए रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग की थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति