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राजगढ़, 14 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय राजमार्ग -52 पर पचोर थाना क्षेत्र में स्थित छापरा टोलनाका के समीप मेहराब मेवात ढ़ाबा पर गौमांस की बेचने की शिकायत करने करणीसेना के कार्यकर्ता उदनखेड़ी पुलिस चौकी पर पहुंचे थे, लेकिन वहां मौजूद प्रधान आरक्षक ने पुलिस अधिकारियों को सूचना देने के बजाय ढ़ाबा संचालक को मोबाइल कर सतर्क कर दिया, जिसका शनिवार को वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें करणीसेना के पदाधिकारी और पुलिस के बीच इसी विषय को लेकर बहस होती दिख रही है।
बीते रोज करणीसेना के कार्यकर्ताओं ने छापरा टोलनाका के समीप मेहराब मेवात के ढ़ाबा पर गौमांस बेचने के आरोप में घेराव किया था, इसके पहले कार्यकर्ता उदनखेड़ी पुलिस चैकी पर शिकायत करने पहुंचे थे, जहां पदस्थ प्रधानआरक्षक ने थानाप्रभारी को सूचित करने बजाय ढ़ाबा संचालक अनीत मेवाती को मोबाइल कर सतर्क कर दिया। इसके बाद करणीसेना महिला उपाध्यक्ष नम्रतासिंह ने चौकी पर रखी डायरी का जिक्र करते हुए बताया कि एक कागज पर मेवात ढ़ाबा के नाम से मोबाइल नंबर दर्ज था, जिससे पुलिस और ढ़ाबा संचालकों की मिलीभगत का शक हुआ। घटना का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें करणीसेना के पदाधिकारी और पुलिस के बीच बहस होती दिख रही है, हालांकि ढ़ाबा पर हंगामा की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी और तत्काल कार्रवाई करते हुए ढ़ाबा कर्मचारी जहीरखां और मकान मालिक बाबूसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया था, जबकि ढ़ाबा संचालक खालिद और अनीस मेवाती मौके से फरार बताए गए है। करणीसेना ने मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मनोज पाठक