वैभवश्री के कार्य आर्थिक लेनदेन के साथ सामाजिक संस्कार पर केंद्रित : गुरुशरण प्रसाद
कार्यक्रम की तस्वीर


रांची, 14 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय सेवा भारती के तत्वावधान में बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम क्षेत्र के प्रांतीय वैभवश्री अध्ययन टोली का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शनिवार और रविवार को सेवा धाम, जोन्हा में आयोजित किया गया है।

प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन राष्ट्रीय सेवा भारती के संयुक्त महासचिव विजय पुराणिक, न्यासी गुरुशरण प्रसाद, न्यासी मनोज चटर्जी और पद्म कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर सेवा भारती, झारखंड के सचिव ऋषि पांडेय ने अतिथियों का स्वागत परिचय कराया।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा भारती के न्यासी गुरुशरण प्रसाद ने कहा कि सेवा भारती के वैभवश्री आर्थिक लेनदेन करने के साथ-साथ सामाजिक संस्कार, सेवा और समरसता सहित विषयों पर भी केंद्रित होते हैं। सेवा भारती से जुड़ी महिलाएं सामाजिक कुप्रथाओं को दूर करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

मौके पर वैभवश्री आयाम के राष्ट्रीय संयोजक पद्म कुमार ने प्रशिक्षण वर्ग की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि वैभवश्री सामाजिक बदलाव का एक माध्यम है। आज महिला आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण भी आवश्यक है।

प्रशिक्षण वर्ग के दूसरे सत्र में जीपी भद्रदास, स्वावलंबन-वैभवश्री विषय प्रमुख ने सेवा भारती और वैभवश्री की संकल्पना और संगठन की संरचना पर प्रकाश डाला। वर्ग में उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार योजना से जोड़ने पर बल दिया।

मौके पर वैभवश्री के केंद्रीय टोली सदस्य विनोद मोहने ने पंच परिवर्तन की जानकारी दी। साथ ही अपने जीवन और वैभवश्री की गतिविधियों में शामिल करने पर जोर दिया।

प्रशिक्षण वर्ग के दौरान प्रतिनिधियों ने अनगड़ा प्रखंड में चल रहे कर चार स्वयं सहायता समूहों का भ्रमण किया।

प्रशिक्षण वर्ग में राष्ट्रीय सेवा भारती के अध्ययन प्रमुख प्रमोद कुलकर्णी, रीना सोलंकी, वैभवश्री की केंद्रीय समिति की सदस्य का मार्गदर्शन मिल रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे