Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
ऊना, 14 जून (हि.स.)। चिंतपूर्णी माता के दर्शनों को लेकर प्रभारी जयराम कुमार शर्मा को एक फोन आता है,जिसमें एक व्यक्ति खुद को पंजाब के एडीजीपी का कोई रिश्तेदार बताता है और माता के दर्शन करवाने के लिए प्रोटोकॉल फॉलो करने की बात करता है। वही थाना प्रभारी द्वारा इस व्यक्ति और उसके परिवार को माता चिंतपूर्णी मंदिर में दर्शन करवाए जाते है। परंतु पुलिस अधिकारी को इस व्यक्ति की पहचान पर शक होता है। माथा टेकने के बाद जब मुख्य बैरियर पर थाना प्रभारी ने उक्त व्यक्ति को अपने दस्तावेज दिखाने को कहा तो वह इधर उधर की बाते करने लगा और फोन करने के लिए नंबर डायल करने लगा। लेकिन थाना प्रभारी ने जब पूरी जांच की तो उक्त व्यक्ति की पहचान गलत पाई गई।
जांच करने पर पता लगा की जिस एडीजीपी का नाम वह व्यक्ति ले रहा था। उस नाम का कोई अधिकारी है ही नहीं था। वही थाना प्रभारी के आदेश पर ट्रैफिक इंचार्ज दीपक राणा ने कार्रवाई करते हुए सबसे पहले उक्त व्यक्ति की गाड़ी पर लाल बत्ती को उतरवाया और उसका चालान कर उस पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई।
मामले की पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी जयराम कुमार शर्मा ने बताया की एक व्यक्ति जो खुद को एडीजीपी पंजाब का रिश्तेदार बता रहा था व गाड़ी पर लाल बत्ती लगाकर आया हुआ था। उसकी जांच पड़ताल की गई तो जानकारी झूठ निकली। इस पर उक्त व्यक्ति का चालान कर कानूनी कार्रवाई की गई है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विकास कौंडल