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नई दिल्ली, 14 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 से 18 जून तक साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। इस दौरे का मुख्य केंद्र कनाडा में आयोजित होने वाला जी7 शिखर सम्मेलन है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार 16-17 जून को प्रधानमंत्री कनाडा के कानानास्किस शहर में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह उनकी दुनिया की सबसे बड़ी सात अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह के शिखर सम्मेलन में लगातार छठी उपस्थिति होगी।
मंत्रालय के अनुसार सम्मेलन में वे ऊर्जा सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम तकनीक और तकनीकी नवाचार जैसे वैश्विक विषयों पर विचार साझा करेंगे। इस दौरान वे जी7 देशों के नेताओं, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों से भी मुलाकात करेंगे। कई द्विपक्षीय बैठकें भी प्रस्तावित हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कनाडा यात्रा भारत की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह यात्रा जी7 शिखर सम्मेलन में भारत की सक्रिय भूमिका को दर्शाने के साथ-साथ भारत-कनाडा संबंधों में आए तनाव को दूर करने का अवसर भी है। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भारत को आमंत्रित करते हुए यह स्पष्ट किया कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में उसकी भूमिका निर्णायक है।
प्रधानमंत्री के विदेश दौरे की शुरुआत 15 जून को साइप्रस से होगी। यह पिछले दो दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली साइप्रस यात्रा होगी। प्रधानमंत्री निकोसिया में राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडुलाइड्स से मुलाकात करेंगे और लिमासोल में व्यापारिक नेताओं को संबोधित करेंगे। इस दौरे से भारत और साइप्रस के बीच राजनयिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को नई मजबूती मिलने की उम्मीद है।
वहीं कनाडा के बाद प्रधानमंत्री 18 जून को क्रोएशिया की यात्रा करेंगे, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। वे प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेनकोविच और राष्ट्रपति जोरान मिलानोविच से मुलाकात करेंगे। यह दौरा भारत और यूरोपीय संघ के साथ संबंधों को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा