एक यूनिट खून से बचाई जा सकती है जान जिंदगी : डॉ महालक्ष्मी
उद्घाटन करते चिकित्सक


रामगढ़, 14 जून (हि.स.)। विश्व रक्तदाता दिवस पर शनिवार को जिला के चार विभिन्न जगहों पर शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान शिविर में मिलिट्री अस्पताल से 98, सदर अस्पताल रामगढ़ से 48, पीवीएनएल पतरातू से छह और छावनी अस्पताल से तीन लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। सदर अस्पताल रामगढ़ में सिविल सर्जन डॉ महालक्ष्मी प्रसाद, उपाधीक्षक डॉ ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह, जिला लेप्रोसी पदाधिकारी डॉ तूलिका रानी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ स्वराज एवं सीनीयर सजन डॉ उदय शंकर श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया। मौके पर उपाधीक्षक डॉ ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि पहले सदर अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट था। जिला प्रशासन और जिला स्वास्थ्य समिति के प्रयास से 24 अप्रैल 2020 को सदर अस्पताल रामगढ़ में ब्लड बैंक का शुभारंभ हुआ। तब से ब्लड बैंक 24 घंटे, सातों दिन की तर्ज पर रामगढ़ के लोगों को प्रतिमाह औसतन 500 से 700 यूनिट ब्लड उपलब्ध कराती है। इसके लिए ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ रेणु कुमारी और कर्मचारियों का अथक प्रयास है। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति , व्यक्ति समूह और संस्था जो अपनी सुरक्षा से निशुल्क रक्तदान करते हैं वे सम्मान का अधिकारी हैं। उन्‍होंने कहा कि 18 जून को रक्तदाताओं को सम्मानित किए जाने का कार्यक्रम रखा गया है। सिविल सर्जन डॉ महालक्ष्मी प्रसाद ने रक्तदाताओं को रक्तदान के बाद ब्लड डोनेशन सर्टिफिकेट देते हुए लोगों से रक्तदान से संबंधित भ्रांतियां को दूर करते हुए जागरूक होने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि एक यूनिट खून के दान करने चार जिंदगियां बचाई जा सकती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश