जम्मू में नेशनल कांफ्रेंस की मेगा इंडस्ट्रियल कन्वेंशन, स्थानीय उद्योगों के संरक्षण व पुनरुद्धार की मांग तेज
जम्मू में नेशनल कांफ्रेंस की मेगा इंडस्ट्रियल कन्वेंशन, स्थानीय उद्योगों के संरक्षण व पुनरुद्धार की मांग तेज


जम्मू, 14 जून (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के व्यापार एवं उद्योग प्रकोष्ठ के चेयरमैन विक्रम पुरी की अगुवाई में शनिवार को एक मेगा इंडस्ट्रियल कन्वेंशन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जम्मू क्षेत्र के उद्योगपतियों और व्यापारियों की चिंताओं को उजागर करना था। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी मुख्य अतिथि रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने की। कन्वेंशन में डिग्याना, बाड़ी ब्राह्मणा, सांबा, कठुआ, उधमपुर और घट्टी से आए प्रमुख उद्योगपतियों और विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने बिजली, जीएसटी रियायतें, भूमि आवंटन, स्थानीय उद्यमियों की अनदेखी और बुनियादी ढांचे की समस्याएं जोरशोर से उठाईं।

उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार स्थानीय उद्योगों के विकास और संरक्षण को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक क्षेत्र की दयनीय स्थिति को जल्द सुधारा जाएगा, और सभी योग्य योजनाओं और प्रोत्साहनों को समय पर जारी किया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में स्थापित होने वाले उद्योगों में स्थानीय युवाओं को रोजगार प्राथमिकता पर दिया जाएगा। रतन लाल गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लगभग 60 प्रतिशत उद्योग बंद होने की कगार पर हैं और इसके लिए उन्होंने पूर्व सरकारों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने 85,000 करोड़ रुपये के एमओयू पर भी सवाल उठाए और पूछा कि इसका धरातल पर क्या असर दिखा है? उन्होंने औद्योगिक भूमि आवंटन में पारदर्शिता की कमी और स्थानीय उद्यमियों की अनदेखी पर चिंता व्यक्त की।

उन्होंने केंद्र सरकार से जम्मू क्षेत्र के लिए औद्योगिक पुनरुद्धार और विशेष प्रोत्साहन पैकेज की मांग की ताकि इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्थानीय उद्योगों को संरक्षण नहीं मिला तो कश्मीर रेल संपर्क से जम्मू का औद्योगिक भविष्य खतरे में पड़ सकता है। अरुण गुप्ता, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, जम्मू ने कहा कि पिछले 28 वर्षों में जम्मू में कोई नया वाणिज्यिक केंद्र विकसित नहीं किया गया, सिर्फ बहु प्लाज़ा ही इकलौता केंद्र है। उन्होंने स्मार्ट सिटी परियोजना की आलोचना करते हुए कहा कि इसका पैसा पहले से बने क्षेत्रों की मरम्मत में खर्च किया जा रहा है, जबकि नए व्यावसायिक केंद्र बनाने की आवश्यकता है।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा