सैन्य-नागरिक समन्वय के लिए एमसीएलसी सम्मेलन सम्पन्न, ऑपरेशन सिंदूर बना प्रेरणा स्रोत
सैन्य-नागरिक समन्वय के लिए एमसीएलसी सम्मेलन सम्पन्न, ऑपरेशन सिंदूर बना प्रेरणा स्रोत


जम्मू, 14 जून (हि.स.)। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना अर्धसैनिक बलों और नागरिक प्रशासन के बीच उत्कृष्ट समन्वय की सफलता को आगे बढ़ाते हुए सतवारी कैंट, जम्मू में एक सैन्य-नागरिक समन्वय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस उच्चस्तरीय बैठक में टाइगर डिवीजन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और जम्मू मंडल के प्रमुख सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य रणनीतिक और नागरिक महत्व के मुद्दों पर विचार-विमर्श और योजना निर्माण करना था। बैठक में विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास, दूरस्थ क्षेत्रों में नागरिक-सैन्य समन्वय और स्थानीय जनसंख्या के समर्थन के लिए चल रहे प्रयासों पर चर्चा हुई।

टाइगर डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल मुकेश भानवाला ने अपने संबोधन में नागरिक और सैन्य एजेंसियों के बीच सुसंगत सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की सुरक्षा, विकास और स्थिरता के लिए यह समन्वय बेहद आवश्यक है। जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय सेना द्वारा मानवीय सहायता और आधारभूत संरचना में दिए गए योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना की भूमिका सराहनीय रही है। सम्मेलन में सीमावर्ती गांवों में सड़क संपर्क, सीमांत पर्यटन को बढ़ावा, और पूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारों के कल्याण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी गहन चर्चा हुई।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा