अन्तरराज्यीय गुजराती गैंग का सरगना गिरफ्तार: अपने ही परिवार के लोगों से करवाता था चोरी
अन्तर्राज्यीय गुजराती गैंग का सरगना गिरफ्तार


जयपुर, 14 जून (हि.स.)। विधायकपुरी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अपने ही परिवार की महिलाओं से चोरी की वारदात करवाने वाला अन्तरराज्यीय गुजराती गैंग के सरगना सहित चोरी का माल खरीदने वाले ज्वैलर्स को भी गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस जांच में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपित ने महिलाओं के जरिए जयपुर में अब तक 150 से अधिक सोने-चांदी के गहने लूटने की वारदात करवा चुका है। पुलिस टीम पिछले छह माह से लगातार इस गैंग की निगरानी कर रही थी। पुलिस की कड़ी मेहनत के बाद आरोपित को खोह नागोरियान इलाके से पकडा है। इस गिरोह की महिलाओं ने बसों और ऑटो रिक्शा सहित भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सोने एवं चांदी के जेवरात चुराने के बाद आरोपित ज्वेलरी को लेकर फरार हो जाता था। इस गिरोह ने जयपुर शहर में अलग अलग इलाकों में अस्थाई ठिकाने बना रखे हैं। जो वारदात को अंजाम देने के बाद ठिकाना बदल लेते हैं और फिर नई वारदातों को अंजाम देते है। इस गैंग में शामिल चार महिलाओं को पूर्व में गिरफ्तार ही किया जा चुका है। पुलिस पूछताछ में आरोपित से और भी कई वारदातें खुलने की आशंका जताई जा रही है।

पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया कि विधायकपुरी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अपने ही परिवार की महिलाओं से चोरी की वारदात करवाने वाले अन्तरराज्यीय गुजराती गैंग के सरगना कांगिया अर्जुन विनोद भाई (28) निवासी बेरोतनाथ जिला भावनगर (गुजरात) हाल कानोता जयपुर सहित चोरी का माल खरीदने वाले ज्वैलर्स महावीर प्रसाद सोनी (44) निवासी सामोद जयपुर ग्रामीण हाल विधाधर नगर हाल दुकान आरती ज्वैलर्स विधाधर नगर जयपुर को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपित अपने परिवार की महिलाओं खुद की पत्नी, बहन, भाभी व दादी के जरिए बस, ई-रिक्शा व भीड़ वाले स्थानों पर अकेली सवारियों विशेषकर महिलाओं एवं बुजुर्गों को बातों में लगाकर चोरी करने को कहता था। इसके बाद महिलाओं द्वारा चोरी किए जेवरात को अपने परिचित ज्वेलर्स महावीर सोनी को बेच दिया करता था। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित पुलिस से बचने के लिए महिलाओं से वारदात को अंजाम दिलवाता था। वारदातों में मिले कीमती सामान को लेकर जयपुर से फरार हो जाता था। जब पुलिस उन महिलाओं को गिरफ्तार कर लेती थी। उसके काफी समय बाद वापस जयपुर आकर चोरी के माल को बेच देता था। माल को बेचने से जो रुपए मिलते थे,जिसका आधा हिस्सा स्वयं रखता था। बाकी आधा हिस्सा अपनी गैंग की महिलाओं में बांट देता था। गैंग की महिलाओं द्वारा जब वारदात को अंजाम दिया जाता था। तब वह दूसरे ऑटो या वाहन में उनके आस पास ही रहता था।

वारदात में शामिल चार महिलाओं को पूर्व में किया जा चुका है गिरफ्तार

दिगंत आनंद ने बताया कि पुलिस ने वारदात में शामिल चार महिलाएं अंजनी उर्फ पंखुड़ी, सुशीला, पिंकी एवं वसन को पूर्व में गिरफ्तार किया चुका है।

जहां गिरफ्तार गई महिला से पूछताछ में सामने आया कि यह सभी वारदात उनके गैंग के सरगना अर्जुन विनोद भाई के कहने पर की जाती हैं। इसके बाद एक पुलिस टीम लगातार मुख्य सरगना अर्जुन की तलाश की जा रही थी। पुलिस टीम ने विद्याधर नगर, मुरलीपुरा, बेनाड़ रोड, रेल्वे स्टेशन, खो नागोरियान, आगरा रोड पर करीब एक महीने तक लगातार दबिश देकर कड़ी मशक्कत के बाद खो नागोरियान इलाके से आरोपित और साथ ही चोरी का माल खरीदने वाले ज्वेलर्स को पकडा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश