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जयपुर, 14 जून (हि.स.)। जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने निर्देश दिए कि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान में आमजन की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें। अधिकारी फील्ड में जाकर कार्यों का अवलोकन करें।खराड़ी ने शनिवार को प्रतापगढ़ जिले में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की क्रियान्विति को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के पम्फलेट का विमोचन किया गया और जल संरक्षण का संकल्प भी किया गया।
जनजाति विकास मंत्री ने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत अब तक हुए कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि अभियान के तहत हर गतिविधि में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करें। अभियान में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दें। जानकारी सिर्फ औपचारिक नहीं हो और यह सरल शब्दों में साझा की जाए।
जिला परिषद सीईओ पर्वत सिंह चुंडावत ने अभियान के तहत अब तक किए कार्यों से पीपीटी के माध्यम से मंत्री खराड़ी को अवगत करवाया और भविष्य में किए जाने वाले कार्यक्रमों की भी जानकारी दी।
खराड़ी ने कहा कि जनजाति समुदाय के समग्र कल्याण के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है और हर पात्र व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना अति आवश्यक है। उन्होंने राजीविका डीपीएम को निर्देशित किया कि अभियान में राजीविका समूह की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। साथ ही, शिक्षा विभाग बच्चों को पर्यावरण, जल संरक्षण एवं पौधारोपण की महत्ता समझाएं ताकि वे भावी पीढ़ी को एक सुरक्षित वातावरण दे सकें। उन्होंने पशुपालन विभाग को मंगला पशु बीमा योजना का अधिकाधिक लाभ पात्र पशुपालकों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
जनजाति विकास मंत्री ने अधिकारियों को भूजल संरक्षण के लिए पारंपरिक पद्धतियों के पुनरुद्धार और जल संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक अधिकारी पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और यह जिम्मेदारी धरातल पर भी दिखनी चाहिए। अधिकारी आमजन के हितों को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करें। खराड़ी ने कहा कि योजनाओं के समुचित प्रचार—प्रसार और वंदे गंगा अभियान से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जनजाति क्षेत्र कल्याण का सपना साकार होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित