सांसद राजकुमार रोत का आरोप- डूंगरपुर छात्रावास में छात्राओं को परोसा जा रहा कीड़ों वाला भोजन
फाइल फोटो - सांसद राजकुमार रोत


डूंगरपुर, 14 जून (हि.स.)। डूंगरपुर-बांसवाड़ा से सांसद राजकुमार रोत ने डूंगरपुर के बहुउद्देश्यीय आदिवासी बालिका छात्रावास में व्याप्त अनियमितताओं पर गहरी चिंता जताते हुए जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात भी कही है।

सांसद राजकुमार रोत ने अपने पत्र में बताया कि छात्रावास में रहने वाली बालिकाओं को लंबे समय से कीड़े लगे और खराब गुणवत्ता वाला भोजन परोसा जा रहा है, जिससे कई छात्राएं बीमार हो चुकी हैं। छात्रावास में साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, नियमित बिजली, सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। रसोइया और वार्डन नियमित रूप से अनुपस्थित रहते हैं, जिससे छात्राओं को स्वयं रोटियां बनानी पड़ रही हैं। सांसद ने पत्र में यह भी लिखा कि नियमानुसार वार्डन को छात्रावास में ही निवास करना चाहिए, लेकिन वे प्रतिदिन शाम 6 बजे के बाद छात्रावास छोड़कर अपने घर चली जाती हैं। उन्होंने बताया कि छात्रावास की क्षमता 100 बालिकाओं की है, जबकि वर्तमान में केवल 50-60 छात्राएं ही वहां रह रही हैं। इसके बावजूद रजिस्टर में 100 छात्राओं की उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जो स्पष्ट रूप से फर्जीवाड़ा है। जब छात्राएं इन गड़बड़ियों का विरोध करती हैं तो उन्हें छात्रावास से निकालने की धमकियाँ दी जाती हैं।

सांसद रोत ने अपने पत्र में मंत्री बाबूलाल खराड़ी से मांग की है कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय, निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी वार्डन, भोजन आपूर्तिकर्ता, कुक-हेल्पर एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही छात्राओं को पोषणयुक्त भोजन, नियमित स्वास्थ्य जांच और सभी मूलभूत सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं। राजकुमार रोत ने इस पूरे प्रकरण को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि यह मामला दर्शाता है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है और राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार इस संवेदनशील मुद्दे पर तत्काल संज्ञान लेगी और आदिवासी छात्राओं को न्याय दिलाने का काम करेगी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / संतोष