ईटी इंफ्रा रेल शो अवार्ड्स-2025 : एनसीआरटीसी तीन श्रेणियों में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित
सम्मान कार्यक्रम


गाजियाबाद, 14 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को रेलवे क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए ईटी इंफ्रा रेल शो अवार्ड्स-2025 में तीन श्रेणियों में सम्मानित किया गया है। एनसीआरटीसी को ‘सर्वश्रेष्ठ एकीकृत संपत्ति विकास/ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट’, ‘एमआरटीएस/आरआरटीएस के लिए सर्वश्रेष्ठ परियोजना समयसीमा’ और ‘सर्वश्रेष्ठ ट्रैक बिछाने की तकनीक’ श्रेणियों में ये सम्मान प्रदान किए गए हैं। तीनों पुरस्कार एनसीआरटीसी की दूरदर्शी सोच, तकनीकी उत्कृष्टता और समयबद्ध क्रियान्वयन के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि नमो भारत कॉरिडोर (दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ) का निर्माण कार्य चल रहा है। यह परियोजना अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग, एकीकृत योजना और सतत व कुशल विकास पर आधारित है, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तेज़, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के नए युग की शुरुआत कर रही है।

उन्होंने बताया कि सर्वश्रेष्ठ ट्रैक बिछाने की तकनीक श्रेणी में एनसीआरटीसी द्वारा अपनाई गई प्री-कास्ट स्लैब ट्रैक तकनीक इस श्रेणी में निर्णायक रही। नमो भारत ट्रेन, देश की एकमात्र ट्रेन है, जो बीते देढ़ वर्षों से सफलतापूर्वक 160 किमी/घंटा की अधिकतम गति से संचालित हो रही हैं। 180 किमी प्रति घंटे की डिजाइन गति वाली इस सेमी हाई-स्पीड ट्रेन के लिए यह तकनीक विश्वसनीयता, कम रखरखाव और आरामदायक सफर का बेहतरीन समाधान है। साथ ही प्री-कास्ट स्लैब ट्रैक का जीवनकाल 50 से 100 वर्षों का होता है और इसे न्यूनतम रखरखाव की आवश्यकता होती है। यह प्रणाली कंपन और झटकों को कम कर एक आरामदायक और स्थिर यात्रा अनुभव प्रदान करती है।

पुनीत ने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का पहला 17 किलोमीटर का प्रायोरिटी सेक्शन (साहिबाबाद से दुहाई डिपो) 21 अक्टूबर 2023 को यात्रियों के लिए चालू किया गया था। इसके बाद विभिन्न खंड चरणबद्ध तरीके से चालू किए जा रहे हैं। यह भारत की उन दुर्लभ जन-आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में से एक है, जिसने निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्य किया है, वो भी तब, जब यह प्रणाली भारत में पहली बार अत्याधुनिक तकनीकों के साथ लागू की जा रही थी और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की चुनौती भी सामने थी। वर्तमान में कॉरिडोर पर 55 किलोमीटर लंबे खंड में 11 स्टेशनों पर नमो भारत ट्रेन सेवाएं परिचालित की जा रही हैं और शेष हिस्सों पर ट्रायल रन किए जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि एनसीआरटीसी ने ट्रांजिट कॉरिडोर के आसपास स्थायी और योजनाबद्ध शहरी विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2022 में टीओडी नीति बनाने के बाद, मेरठ भारत का पहला ऐसा शहर बना, जिसने टीओडी जोन को अपने आधिकारिक मास्टर प्लान (2031) में शामिल किया।---------------

हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली