विधायक ममता पर बरसें भगवानपुर के पूर्व विधायक, लगाए आरोप
भगवानपुर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल (बीच में), भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पत्रकारों से संवाद करते हुए।


रुड़की, 14 जून (हि.स.)। भगवानपुर में रविवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में पूर्व भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल ने कांग्रेस विधायक ममता राकेश और उनके परिवार पर तीखा हमला बोला।

उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग मीडिया में आकर सरकार पर भगवानपुर का विकास रोकने का आरोप लगा रहे हैं, असल में वही लोग खुद विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि 9 जून को ब्लॉक कार्यालय में बीडीसी की बैठक आयोजित की गई थी, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई। इस पर विधायक ममता राकेश ने मीडिया में बयान देते हुए भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश सरकार पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया था। लेकिन अब सच्चाई सामने आ चुकी है।

देशराज कर्णवाल ने कहा, “उल्टा चोर कोतवाल को डांटे—यह कहावत ममता राकेश और उनके परिवार पर बिल्कुल सटीक बैठती है। खुद ही ठेकेदारों पर व्यवस्था यानी अवैध वसूली का दबाव बना रहे हैं और आरोप सरकार पर लगा रहे हैं।

पूर्व विधायक ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख के निलंबन के बाद गठित तीन सदस्यीय समिति द्वारा एक करोड़ इक्यावन लाख अठत्तर हजार रुपये के 25-26 विकास कार्यों की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई थी। लेकिन इन कार्यों को जानबूझकर राकेश परिवार के लोगों द्वारा रुकवाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि रुहाल्की गांव में भाजपा कार्यकर्ता और सुबोध राकेश का प्रतिनिधि जोनी तथा कांग्रेस नेता एवं ममता राकेश का प्रतिनिधि संजय (पूर्व प्रधान) मौके पर पहुँचकर ठेकेदारों को धमका रहे थे और कार्य रुकवा रहे थे। सूचना मिलते ही देशराज कर्णवाल खुद मौके पर पहुंचे और दोनों प्रतिनिधियों से कारण पूछा। इस दौरान दोनों पक्षों में बहस हुई और मौके पर व्यवस्था की मांग का मुद्दा भी सामने आया।

देशराज कर्णवाल ने खुलकर कहा कि “राकेश परिवार की राजनीति केवल निजी स्वार्थ और वसूली पर आधारित है। यह परिवार वर्षों से सभी पार्टियों को इस्तेमाल करता आया है। ऐसा कोई सगा नहीं जिसे इस परिवार ने ठगा नहीं।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अब यह परिवार उनकी भतीजी को बहला-फुसलाकर कोई गलत राजनीतिक उपयोग करना चाहता है, लेकिन यदि ऐसा हुआ, तो वह इसका कड़ा विरोध करेंगे और परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।

पूर्व विधायक ने अपनी राजनीतिक विरासत की चर्चा करते हुए कहा कि वर्ष 2000 में उनकी पत्नी ने बीडीसी चुनाव में ममता राकेश को न केवल हराया, बल्कि उनकी ज़मानत भी ज़ब्त करवा दी थी। साथ ही, हाल ही में भगवानपुर के सिरचंदी क्षेत्र में हुए एक चुनाव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ममता राकेश के बेटे को एक गरीब साइकिल पंचर बनाने वाले लड़के ने हरा दिया, जो इस परिवार की गिरती हुई राजनीतिक स्थिति को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि इस बार उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए साढ़े सत्रह हजार सदस्य बनवाए हैं, जो पार्टी की मजबूत स्थिति और उनकी पकड़ को दर्शाता है।

अंत में पूर्व विधायक ने कहा कि राकेश परिवार अब केवल नौटंकी कर रहा है। जनता सब जान चुकी है और अब वह झूठ और बहानों से बहकने वाली नहीं है।

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हिन्दुस्थान समाचार / Ajay Saini