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जालौन, 14 जून (हि.स.)। राजकीय मेडिकल कालेज उरई के दंत चिकित्सा विभाग में शनिवार को एक 27 वर्षीय महिला के जबड़े की जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। यह सर्जरी आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क की गई, जिससे मरीज को आर्थिक बोझ से राहत मिली। जानकारी के अनुसार, महिला एक वर्ष से जबड़े के निचले दाहिनी ओर बार-बार हो रहे दर्द और सूजन से परेशान थी।
बता दें कि कई जगह इलाज कराने के बावजूद उसे आराम नहीं मिला। जब वह जीएमसी के दंत विभाग पहुंची तो डॉ. हरमूर्ति सिंह व टीम द्वारा उसके केस की बारीकी से जांच की गई। नैदानिक परीक्षणों में कोई बाहरी सूजन न दिखने पर रेडियोलॉजिकल जांच (ओपीजी व सीटी स्कैन) कराई गई। जांच में सामने आया कि मरीज के जबड़े में 13.9 मिमी × 11.8 मिमी × 8.6 मिमी का एक संदेहास्पद घाव है, जो सीमेंटो-ऑसियस डिसप्लेसिया अथवा रेडिक्यूलर सिस्ट हो सकता है। इसके बाद विशेषज्ञों की टीम ने रेट्रोग्रेड एमटीए प्लेसमेंट के माध्यम से 43 नंबर दांत की एपिकोएक्टोमी करते हुए पूरे घाव को शल्य क्रिया द्वारा निकाला। घाव का सैंपल बायोप्सी के लिए भेजा गया है।
मरीज को सर्जरी के बाद निगरानी में रखा गया और अब उसकी हालत पूरी तरह सामान्य है। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी। डॉ. हरमूर्ति सिंह ने बताया कि पूरा इलाज आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत किया गया, जिससे मरीज को कोई खर्च नहीं करना पड़ा। मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ प्रशांत निरंजन ने दंत विभाग की टीम को इस सफल सर्जरी के लिए बधाई दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा