कटेकल्याण अस्पताल के बाथरूम में नाबालिक छात्रा ने नवजात को दिया जन्म
कटेकल्याण अस्पताल का बाथरूम


दंतेवाड़ा, 14 जून (हि.स.)। जिले के कटेकल्याण अस्पताल के बाथरूम में कक्षा 7वीं में अध्यनरत नाबालिक छात्रा ने नवजात बच्चे को जन्म दिया, प्रसव के बाद नवजात को मारने के लिए मां-बेटी ने बाथरूम के इंडियन टॉयलेट सीट में डाल दिया । सीट में फंसने और पानी में डूबे रहने से नवजात की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक 12 साल की बच्ची कटेकल्याण ब्लॉक की रहने वाली है। लड़की ने 8 से 9 महीने के बच्चे को जन्म दिया है, लेकिन मां के साथ मिलकर बच्चे को मरने के लिए बाथरूम सीट में डालकर चली गई । बाथरूम से निकलने के दाैरान मां-बेटी सीसीटीव्ही कैमरे में कैद हुए हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नाबालिग लड़की की 13 जून को तबीयत बिगड़ने पर उसकी मां कटेकल्याण अस्पताल में इलाज कराने लेकर गई थी, इस दौरान लड़की के पेट में तेज दर्द उठा। इसके बाद मां उसे बाथरूम लेकर गई, जहां बच्ची ने नवजात को जन्म दिया। इसके बाद मां-बेटी ने मिलकर नवजात बच्चे को बाथरूम के टॉयलेट सीट में डाल दिया, जिससे नवजात सीट में फंस गया और उसकी मौत हो गई। दोनों मां-बेटी बाथरूम से निकल गए। वहीं बच्चे को जन्म देने के बाद लड़की की हालत बिगड़ने लगी, उसे तत्काल जिला अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल में मौजूद कुछ मरीज बाथरूम गए, उन्होंने टॉयलेट सीट में नवजात का शव देखा। इसकी जानकारी अस्पताल के लोगों को दी गई। नवजात के शव को बाहर निकाला गया। इसके बाद डॉक्टर्स ने अस्पताल में लगे सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले, जिसमें मां-बेटी बाथरूम से बाहर निकलते नजर आए।

दंतेवाड़ा सीएचएमओ अजय रामटेके ने बताया कि शव को देखकर लग रहा है कि नवजात करीब 8 से 9 महीने का था। नवजात के शव का पोस्टमॉर्टम हो गया है, डीएनए जांच बाकी है। बच्ची अभी जिला अस्पताल में भर्ती है। पुलिस को भी इसकी जानकारी दी गई है, मामले की जांच की जा रही है।

दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है, जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। उन्हाेने कहा कि बच्ची की उम्र महज 12 वर्ष बताई जा रही है, ताे वह गर्भवती कैसे हुई ? फिलहाल इन सभी सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे