बोइंग 737 पर सुरक्षा जांच के कारण एयर इंडिया की लंबी दूरी की उड़ानों में देरी संभव
एयर इंडिया के लोगो का प्रतीकात्‍मक चित्र


नई दिल्ली, 14 जून (हि.स)। टाटा की अगुवाई वाली एयर इंडिया ने शनिवार को कहा कि आने वाले दिनों में उसकी कुछ लंबी दूरी की उड़ानों में देरी हो सकती है, क्योंकि एयरलाइन अपने बोइंग 787 विमानों पर सुरक्षा जांच की एक शृंखला चला रही है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आदेश के अनुसार एयर इंडिया ने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों का एक बार निरीक्षण शुरू किया, नौ विमानों की जांच पूरी हो चुकी है।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने शनिवार को ‘एक्‍स’ पोस्‍ट में बताया कि भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए के निर्देशित एक बार की सुरक्षा जांच पूरी करने की प्रक्रिया में है। ये जांच प्रक्रिया एयर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े पर की जा रही है, क्योंकि वे भारत लौट रहे हैं। उसके बाद उन्हें अगले परिचालन के लिए मंजूरी दी जाएगी।

एयरलाइन ने कहा कि एयर इंडिया ने बोइंग 787 विमानों में से नौ पर ऐसी जांच पूरी कर ली है। नियामक के द्वारा दी गई समय-सीमा के भीतर शेष 24 विमानों के लिए इस प्रक्रिया को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है। इनमें से कुछ जांचों के कारण कुछ लंबी दूरी के मार्गों पर अधिक समय लग सकता है और संभावित देरी हो सकती है, खासकर उन हवाई अड्डों पर जहां परिचालन कर्फ्यू है।

प्रवक्‍ता ने बताया कि ग्राहकों को किसी भी देरी के बारे में विधिवत सूचित किया जाएगा। उन्हें सलाह दी जाती है कि वे हवाई अड्डे पर जाने से पहले http://airindia.com/in/en/manage/flight-status.html पर अपनी उड़ानों की स्थिति की जांच करें। एयर इंडिया ने कहा कि इस व्यवधान से प्रभावित ग्राहकों के लिए, रद्दीकरण पर रिफंड या मानार्थ पुनर्निर्धारण की पेशकश की जा रही है, जो इसे चुनते हैं।

उल्‍लेखनीय है क‍ि केंद्र सरकार ने बोइंग 737 विमानों की व्यापक निगरानी के आदेश दिए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि डीजीसीए ने भारत के बेड़े में शामिल सभी 34 बोइंग 787 विमानों की व्यापक निगरानी अनिवार्य कर दी है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर