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- अधिक लाभ देने वाली फसल प्रजातियों को प्रोत्साहित करें: आयुक्त
उज्जैन, 14 जून (हि.स.)। प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल ने शनिवार को उज्जैन में बैठक आयोजित कर संभाग में रबि वर्ष 2024-25 के उत्पादन तथा आगामी खरीफ की तैयारी की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उद्यानिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुपम राजन, प्रमुख सचिव कृषि एन शैलवेन्द्रम, मार्कफेड एमडी आलोक सिंह, मंडी बोर्ड एमडी कुमार पुरुषोत्तम ,उद्यानिकी संचालक निधि निवेदिता, सहकारिता आयुक्त मनोज पुष्प, अपेक्स के एमडी मनोज गुप्ता, उज्जैन संभाग आयुक्त संजय गुप्ता, जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायतों के सीईओ, विभागों के संभाग स्तरीय तथा जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रथम सत्र में किसान एवं कृषि कल्याण विकास विभाग ,उद्यानिकी, मंडी तथा सहकारिता विभागों की समीक्षा की गई। कृषि उत्पादन आयुक्त वर्णवाल ने संभाग में आगामी खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन तथा किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में प्रत्येक जिले को नियोजित ढंग से कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। फसल उत्पादकता में वृद्धि के दृष्टिगत उनके द्वारा फसलों की नवीन प्रजातियां को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में निर्देश दिए कि संभाग में मसाला फसलों विशेष कर लहसुन का उत्पादन प्रचुर मात्रा में होता है किसानों को इसका उचित मूल्य मिले इसके लिए आवश्यक है कि बड़े खरीदारों को संभाग में खरीदी के लिए तमाम फैसिलिटी उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने फसलों के रकबे में वृद्धि तथा फसल उत्पादन में वृद्धि के लिए भी प्रयास के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि अच्छे उद्यानिकी अनुसंधान केदो पर जाकर बेहतर वैराइटीज का पता करें किसानों को उपलब्ध कराये।
अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुपम राजन ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के उद्यमियों को कृषि आधेसंरचनात्मक फंड से जोड़े ताकि ब्याज में तीन प्रतिशत राशि की छूट का लाभ नवीन उद्यमी को मिल सके। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि पोर्टल तथा गिरदावरी में उद्यानिकी में परिलक्षित रकबे की गैप को सुधार जाए ताकि बेहतर प्लानिंग की जा सके। राजन ने क्लस्टर विकास के तहत प्रत्येक जिले से एक-एक प्रोजेक्ट बनाकर भेजने के निर्देश भी दिए। इस दौरान उज्जैन संभागायुक्त संजय गुप्ता ने कहा कि उज्जैन संभाग में उद्यानिकी फसलों की टेस्टिंग के लिए लेबोरेटरी की स्थापना तथा क्षेत्रिय मसाला बोर्ड भी गठित किया जाए।
डीएपी के विकल्पो का प्रचार प्रसार करने के निर्देश
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा कृषि में डीएपी के उपयोग की जानकारी लेते हुए किसानों के मध्य 12.32.16 तथा 26.26.0 एनपीके आदि वैकल्पिक उर्वरकों को प्रोत्साहित करने के लिए सघन प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए जिन किसानों द्वारा डीएपी के वैकल्पिक उर्वरकों का इस्तेमाल सफलताप पूर्वक पिछले सीजन में किया गया है उन किसानों के छोटे-छोटे इंटरव्यू वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित करने के निर्देश दिए गए। वर्णवाल ने कृषि तथा उद्यानिकी के क्षेत्र में नवाचारों को सदैव प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। उन्होंने गेहूं की बकुला,हर्षा,ओजस्वी,पूसा जैसी फोर्टीफाइड प्रजातियों को खास तौर पर प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए जिनमें अधिकाधिक न्यूट्रीशन होता है इसके लिए अभियान संचालित करने पर जोर दिया नैनो फ़र्टिलाइज़र के उपयोग को भी बढ़ावा देने के निर्देश दिए। पूसा अरहर 16 बीज वैरायटी को भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए।
जैविक खेती के विकास की समीक्षा के दौरान कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि जैविक खेती में किसान को उसके द्वारा उत्पादित फसल का उचित मूल्य मिले यह सुनिश्चित करें उन्होंने स्पष्ट कहा कि खेती में वह प्रयोग प्रोत्साहित नहीं करे जिससे किसान को लाभ नहीं मिलता हो जिलों के सभी कृषि अधिकारियों खास तौर पर उपसंचालकों को निर्देशित किया गया कि वह सक्रियता से अपनी भूमिका का निर्वाह करें, मूल्य के मामलों में मार्केट में जाकर तुलनात्मक अध्ययन करते रहें संभाग के मंदसौर जिले में सब्जियों के हाइब्रिड बीज के विशेष प्रोजेक्ट की समीक्षा कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा की जाकर कलेक्टर मंदसौर को रिपोर्ट के लिए निर्देशित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर