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चतरा, 14 जून (हि.स.)। चर्चित तस्कर रौशन दांगी आखिरकार पुलिस की चंगुल में फंस ही गया। वह बार-बार पुलिस की नजरों में धूल झोंक कर अफीम तस्करी का एक नेटवर्क तैयार किया था। पिछले तीन दिनों में कई स्थानों में चतरा पुलिस ने अभियान चला कर उसकी गिरफ्तारी की। पत्थलगड़ा के तेतरिया निवासी अरुण दांगी का पुत्र रौशन कुमार अफीम और ब्राउन शुगर का स्टॉकिस्ट और सप्लायर के रूप में चर्चित रहा है।
उसने चतरा से लेकर पंजाब हरियाणा तक तस्करी के लिए जाल बिछा रखा है। इन दिनों उसका सारा कारोबार खूंटी जिला में केंद्रित था। इस बार वहां अफीम की अच्छी पैदावार हुई है। वह वहां से अफीम की खरीद कर चतरा में अफीम से ब्राउन शुगर बनाने का कारोबार कर रहा था।
चतरा एसपी सुमित कुमार अग्रवाल के बिछाए जाल में रौशन आ गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए सिमरिया एसडीपीओ शुभम खंडेलवाल, चतरा एसडीपीओ संदीप कुमार, डीएसपी वसीम रजा, सदर इंस्पेक्टर सनोज चौधरी, सिमरिया इंस्पेक्टर अनिल उरांव, पत्थलगडा थाना प्रभारी राकेश कुमार, गिद्धौर थाना प्रभारी कुमार गौतम, राजपुर थाना प्रभारी संदीप कुमार, इटखोरी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार और चतरा सदर थाना प्रभारी विपिन कुमार लगातार छापेमारी कर रहे थे। उसकी साली मधु ने रोशन के मोबाइल में मिस्ड कॉल दिया। उसके बाद उसका मोबाइल सर्विलांस में आ गया। उसकी गिरफ्तारी में नामकुम, रांची पुलिस ने भी सहयोग किया। चतरा में अफीम तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई में यह सबसे बड़ी उपलब्धि पुलिस के लिए माना जा रहा है। रौशन के दोनों सालियां पत्थलगडा के मधु कुमारी और राजपुर बुढ़ीगढ़ा के रूबी देवी के घर से लगभग 12 करोड़ के ड्रग्स और 68.30 लाख नकद मिले हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / जितेन्द्र तिवारी